परेशान हैं पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर के लोग
३० अगस्त २०१९भारत सरकार ने कश्मीर के विशेषाधिकार को खत्म करने के बाद जो सुरक्षा घेरा कसा है उसमें नियंत्रण रेखा पर मौजूद मुस्लिम बहुत चकोठी गांव के लोग और ज्यादा दुखी हो गए हैं. इसकी वजह से पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर में काफी गुस्सा भी है. 65 साल के मोहम्मद नाजिर मिनहास ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, "भारत हमारे भाई बहनों को भारत के नियंत्रण वाले कश्मीर में मार रहा है और दुनिया खामोश है. इसने हमें यह कहने पर मजबूर कर दिया है कि आजादी केवल जंग से आएगी और हम तैयार हैं."
पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर में कुछ पत्रकारों को नियंत्रण रेखा के पास वाले गांवों में ले जाया गया ताकि वहां के लोगों की बात भी सुनी जाए उनका हाल पता चले. इस जगह से भारतीय सेना की चौकी बिना दूरबीन के भी देखी जा सकती है.
गुरुवार को भारत की मीडिया में यह अनाम सूत्रों के हवाले से खबर आई कि पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकवादी भारत की जल जलसीमा में गुजरात के बंदरगाहों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से पहुंच सकते हैं. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस पर प्रतिक्रिया में कहा कि भारतीय सुरक्षा बल किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. भारत का कहना है कि उसे इस बात की जानकारी है कि पाकिस्तान दोनों देशों में बढ़ते तनाव के बीच भारत में हमले के लिए आतंकवादियों को भेजने की कोशिश कर रहा है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल गफूर ने भारत के दावों को खारिज किया है और कहा कि पाकिस्तान एक जिम्मेदार देश है, नियंत्रण रेखा के पार "घुसपैठ होने देना पागलपन होगा."
नाजिर मिनहास का कहना है कि उन्होंने 1971 में अपनी बोटी खो दी. भारत की तरफ से हुई गोलीबारी में एक गोली उसकी बेटी के सीने में लगी. इलाके के कश्मीरी लोग रात में सो नहीं पाते क्योंकि पास ही मौजूद सीमा पर से भारत पाकिस्तान की गोलीबारी की आवाजें आती रहती हैं.
भारत के नियंत्रण वाले कश्मीर में धीरे धीरे पाबंदियां घटाई जा रही हैं. कुछ दुकानें खुलने लगी हैं, कुछ इलाकों में लैंडलाइन फोन भी चलने लगा है. इसके अलावा कुछ स्कूलों में क्लास भी लगने लगी है हालांकि छात्र और टीचर अभी कम ही आ रहे हैं. इन सब के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ऊंचे स्तर पर है.
चकोठी में रहने वाले 75 साल के मोहम्मद सलमान खाली बाचार में खड़े हैं. यह बाजार "दोस्ती के पुल" से करीब 200 मीटर की दूरी पर है. यह पुल 2005 में लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई बस सेवा के लिए बनाया गया था. सलमान कहते हैं, "बीती रात भी यहां दोनों ओर से जम के गोलीबारी हुई है." पाकिस्तान ने बस सेवा और भारत से कारोबार बंद कर दिया है और भारतीय राजदूत को भी वापस भेज दिया है. पाकिस्तान ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि वह बहुत जल्द पाकिस्तानी वायुक्षेत्र को भी भारतीय जहाजों के लिए बंद करने की सोच रहा है. पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर में पाकिस्तान सरकार के इन फैसलों पर तो खुशी है लेकिन उनकी शिकायत है कि सरकार ने कभी भी उनके लिए सामुदायिक बंकर बनाने के बारे में नहीं सोचा. 45 साल के मोहम्मद साजिद कहते हैं, "जब हमारे बच्चे बाहर खेलने जाते हैं तो हमें पता नहीं होता कि वे वापस लौटेंगे या नहीं क्योंकि भारत की तरफ से बेतहाशा फायरिंग होती है." अधिकारियों का कहना है नियंत्रण रेखा पर दागी गई मोर्टार एक दिन पहले कैल गांव के एक घर पर आ गिरी जिसमें तीन आम लोगों की मौत हो गई. पाकिस्तान का कहना है कि वह सिर्फ तभी फायरिंग करता है जब सीमा पर युद्धविराम का उल्लंघन होता है. गफूर ने कहा, "हमारा जवाब हमेशा नपा तुला होता है और हम सिर्फ उन्हीं चौकियों को निशाना बनाते हैं जहां से हमारे आम लोगों पर फायरिंग की जाती है." गफूर का यह भी कहना है कि उनके सैनिक "भारत जैसी फायरिंग करता है वैसी फायरिंग नहीं करते" क्योंकि इससे सीमा के उस पार रह रहे कश्मीर के विभाजित परिवारों के लोगों की जान जा सकती है.
भारत पाकिस्तान पर आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने और भारत में हमले के लिए भेजने का आरोप लगाता है. पाकिस्तान इस आरोप से इनकार करता है और उसका कहना है कि वह केवल कश्मीर की आजादी को नैतिक समर्थन देता है.
एनआर/ओएसजे(एपी)
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