नोटों का खेल
भारत में नोट वापस लेने की समय सीमा पहले 31 मार्च 2014, फिर बढ़ाकर 1 जनवरी 2015 की गयी. अब अंतिम समय सीमा 30 जून 2015 की है. काले धन पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई ने 2005 से पहले के नोटों को वापस लेने का फैसला किया था.
पुराने नोट वापस
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2005 के पहले छपे 500 और 1,000 के सभी नोटों को वापस लेने का फैसला लिया. 1 अप्रैल 2014 से लोगों ने बैंक जाकर नए नोट लेना शुरू किया.
नकली नोट पर लगाम
कभी जाली नोटों की खेप पकड़ी जाती है, तो कभी भ्रष्ट अफसरों या नेताओं के घर से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद किए जाते हैं. इस कदम से देश में काले धन और जाली नोटों पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है.
लातविया में यूरो
2014 की शुरुआत में लातविया ने यूरो मुद्रा अपनाया. लातविया यूरो अपनाने वाला 18वां देश है. यूरो अपनाने का मकसद मजबूत मुद्रा के साथ देश की आर्थिक तरक्की भी है.
यूरोजोन में यूरो
यूरो यूरोपीय संघ के 28 में से 18 सदस्य की आधिकारिक मुद्रा है. इन्हें सामूहिक रूप से यूरोजोन कहा जाता है. यूरोपीय संघ के बाहर तीन देशों में भी यूरो का चलन है.
यूरो अपनाते देश
मजबूत मुद्रा और आर्थिक मजबूती की वजह से यूरोप के ज्यादा से ज्यादा देश यूरो अपनाना चाहते हैं. 1 जनवरी 2015 से लिथुएनिया ने भी यूरो को करेंसी के तौर पर अपना लिया.
डॉलर के बाद यूरो
यूरो दुनिया में डॉलर के बाद सबसे बड़ी रिजर्व करेंसी है. साथ ही यह डॉलर के बाद कारोबार में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दूसरी मुद्रा भी है.
डिजिटल मनी
ई मनी या फिर प्लास्टिक मनी, जाली नोटों पर लगाम लगाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा सकता है. सिर्फ एक कार्ड के सहारे भुगतान संभव है.