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नॉर्वे के हमलों में अब तक 91 की मौत

२३ जुलाई २०११

नॉर्वे में जबरदस्त बम धमाके और गोलीबारी की एक घटना में 91 लोग मारे गए हैं. इन हमलों का क्या लक्ष्य था, यह अभी साफ नहीं है. इसे 2004 के मैड्रिड बम धमाकों के बाद सबसे घातक हमला बताया जा रहा है.

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धमाकों के बाद ओस्लो में कड़ी सुरक्षा हैतस्वीर: dapd

पुलिस ने सत्ताधारी पार्टी के युवा सम्मेलन पर शनिवार को गोलीबारी करने वाले 32 वर्षीय संदिग्ध को गिरफ्तार किया है जिसने इंटरनेट पर मुस्लिम विरोधी बातें लिखीं. पुलिस कमिश्नर स्वेनुंग स्पोनहाइम ने बताया, "यह कहना अभी जल्दबादी होगा कि क्या मुस्लिम विरोध ही इस गोलीबारी की वजह है."

नॉर्वे के मीडिया में पकड़े गए व्यक्ति का नाम अंदर्स बेहरिंग बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि करने से इनकार किया है. पुलिस को आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि वे अब भी गोलीबारी की जगह की पड़ताल कर रहे हैं. यह घटना ओस्लो के बाहर एक द्वीप पर हुई. वहीं प्रधानमंत्री जेंस स्टोलेनबर्ग की लेबर पार्टी का यूथ कैंप चल रहा था.

Norwegen / Insel Utoya / Utøya / Anschlag / NO FLASH
इसी द्वीप पर पार्टी का यूथ कैप चल रहा थातस्वीर: AP

निशाने पर ओस्लो

इस बीच राजधानी ओस्लो में निशाना बनाई जा सकने वाली जगहों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, लेकिन लोगों से अपने घरों में रहने की एडवाइजरी वापस ले ली गई है. द्वीप पर हुई गोलीबारी के बारे में पुलिस ने 84 लोगों के मारे जाने की पुष्टि कर दी है. पुलिस प्रवक्ता अरे फ्रीकहोल्म ने बताया, "हम मृतकों की संख्या बढ़ने से इनकार नहीं कर रहे हैं."

इससे पहले पुलिस ने पुष्टि की कि ओस्लो के सिटी सेंटर में शनिवार को हुए जबरदस्त बम धमाके में सात लोग मारे गए. इसी इलाके में प्रधानमंत्री का कार्यालय और कई सरकारी इमारतें हैं. इस बम धमाके में नौ लोग गंभीर रूप से जख्मी भी हुए हैं.

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शनिवार को ओस्लो के सिटी सेंटर में जबरदस्त धमाका हुआ जिसमें सात लोग मारे गएतस्वीर: dapd

टीवी2 के मुताबिक जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है वह दक्षिणपंथी चरमपंथियों से जुड़ा है और उसके नाम पर दो हथियार रजिस्टर्ड हैं. नॉर्वे के मीडिया में कहा गया है उसने फेसबुक पर खुद को कंजरवेटिव, ईसाई और शिकार और वर्ल्ड ऑफ वारक्राफ्ट और मॉर्डन वारफेयर 2 जैसे कंप्टूयर गेम्स में दिलचस्पी रखने वाला बताया है.

'उकसावे में नहीं आएगा नॉर्वे'

प्रधानमंत्री स्टोलेनबर्ग ने बताया कि नॉर्वे यूरोप के सबसे शांतिपूर्ण देशों में से एक है और वह किसी उकसावे में नहीं आएगा. उन्होंने कहा, "लोग उस दुस्वप्न से गुजर चुके हैं जिसकी बहुत कम लोगों ने कल्पना की होगी. आने वाले दिनों में पता चल जाएगा कि कौन इसके जिम्मेदार है और उन्हें किस तरह की सजा दी जाएगी. हम पर हमला करने वाले को नॉर्वे के सभी लोगों की तरफ से संदेश है कि तुम हमें बर्बाद नहीं कर सकते, तुम हमारे लोकतंत्र और बेहतर दुनिया के हमाले आदर्शों को नष्ट नहीं कर सकते.

Norwegens Ministerpräsident Jens Stoltenberg ARCHIV Tote und Verletzte bei Explosion in Regierungsviertel in Oslo
नॉर्वे के प्रधानमंत्री ने कहा है कि उकसावे में आकर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगीतस्वीर: AP

पश्चिम देशों ने नॉर्वे पर हुए हमले की निंदा की है और उसके साथ एकजुटता से खड़े रहने का संकल्प जताया है. नाटो के सदस्य नॉर्वे की सेना अफगानिस्तान में तैनात है और वह लीबिया पर हुए हमले में भी पश्चिम गठबंधन का साझीदार रहा है.

कड़ी निंदा

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून और यूरोपीय संघ ने हमले की निंदा की है जबकि नाटो के प्रमुख ने इसे जघन्य अपराध बताया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यह हमला याद दिलाता है कि पूरी अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को इस तरह की आतंकवादी घटनाओं को होने से रोकना है.

नॉर्वे की राजधानी ओस्लो विश्व शांति का जाना माना प्रतीक है. यहीं से हर साल प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाता है. यहीं 1993 में इस्राएल और फलीस्तीन का समझौता हुआ.

नॉर्वे के हमले को 2004 में मैड्रिड धमाकों के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. सात साल पहले स्पेन की राजधानी में ट्रेनों में हुए धमाकों में 191 लोग मारे गए और 2,000 घायल हो गए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

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