1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

दिल्ली में एक बार फिर लागू हुई सम विषम योजना

४ नवम्बर २०१९

गहराते हुए प्रदूषण के खतरे से निपटने के लिए दिल्ली ने फिर सम विषम योजना लागू कर दी गई है. सम और विषम तारीख वाले दिनों में उन्हीं गाड़ियों को सड़क पर चलने की इजाजत मिलेगी जिनके नंबर की आखिरी संख्या क्रमशः सम और विषम होगी.

https://p.dw.com/p/3SPoY
Indien | Luftverschmutzung in Delhi
तस्वीर: picture-alliance/Xinhua News Agency/P. Sarkar

ये तीसरी बार है जब भारत की राजधानी दिल्ली में गहराते हुए प्रदूषण के खतरे से निपटने ले लिए सम विषम योजना को लागू किया जा रहा है. यह नियम सिर्फ दिल्ली में पंजीकृत गाड़ियों पर ही लागू नहीं है, बल्कि पड़ोसी राज्यों से आ कर दिल्ली से गुजरने वाली गाड़ियों पर भी लागू होगा. नियम का उल्लंघन करने पर 4000 रुपये का दंड देना होगा. दुपहिया वाहनों और ऐसी गाड़ियों को, जिनमें केवल महिलाएं या स्कूल की यूनिफार्म पहने बच्चे हों, इस नियम से छूट दी गई है.

पिछली बार सीएनजी पर चलने वाली गाड़ियों को भी इस से छूट थी. लेकिन दिल्ली सरकार का कहना है कि ये पाया गया कि लोगों ने पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों पर सीएनजी के स्टीकर लगाकर इस छूट का लाभ उठाया. इसलिए इस साल सीएनजी पर चलने वाली गाड़ियों को छूट नहीं दी गई है. सोमवार को कुछ ऐसे मामले सामने आए जिनमें उन सीएनजी गाड़ियों के चालकों का चालान हो गया जिनकी गाड़ी के नंबर का आखिरी अंक सम था. उन चालकों ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम था कि इस बार सीएनजी गाड़ियों पर से छूट हटा ली गई है.

यात्रियों को हुई असुविधा के भी कई मामले सामने आए जिन्हें लोगों ने सोशल मीडिया पर डाला. कुछ ने योजना का स्वागत किया तो कुछ ने इस से होने वाली असुविधाएं गिनाईं. 


असुविधाओं को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा निजी कैब कंपनियों के बारे में थीं. इन कंपनियों ने वादा किया था कि ये सम-विषम के दौरान सर्ज-प्राइसिंग, यानी मांग बढ़ने से किराये में वृद्धि के नियम को लागू नहीं करेंगी. पर कई यात्रियों ने शिकायत की कि सोमवार को या तो कैब नदारद थीं, या बुकिंग के बाद कैब चालाक बुकिंग रद्द कर दे रहे थे या किराया बहुत बढ़ा हुआ था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कैब और ऑटो चालकों से ज्यादा किराया न लेने की अपील भी की.

केजरीवाल और उनकी सरकार के मंत्रियों को भी इस नियम से छूट नहीं दी गई है. सोमवार को मुख्यमंत्री व सभी मंत्रियों ने या तो विषम नंबर वाली गाड़ियों में सफर किया या कार-पूल कर एक ही गाड़ी में गए. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को साइकिल की सवारी करते हुए देखा गया. दिल्ली में इस योजना का राजनीतिक विरोध भी हुआ. दिल्ली में भाजपा के नेता और केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने सम नंबर की गाड़ी चला कर योजना के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त किया.

इन सब के बीच शहर में वायु गुणवत्ता का संकट बना रहा. केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता और मौसम का हाल बताने वाली वेबसाइट सफर के अनुसार सोमवार की सुबह दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता का स्तर 500 के ऊपर था, यानी 'गंभीर' श्रेणी में था. इसे आदर्श रूप से 50 से नीचे होना चाहिए. 

__________________________

हमसे जुड़ें: WhatsApp | Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore