मंथन 61 में खास
६ नवम्बर २०१३चॉकलेट, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक, बच्चों को ऐसी चीजें बहुत पसंद होती हैं. ये मीठी चीजें खाने में जितनी अच्छी लगती हैं, दांतों को उतना ही नुकसान भी पहुंचाती हैं. और ऐसा नहीं है कि सिर्फ शहरों में ही बच्चों को इनका शौक है. बल्कि लद्दाख के दूर दराज गांवों में भी हाल यही है. जर्मनी की एक डेंटिस्ट जब जंस्कार घाटी पहुंची तो लोगों के दांतों की हालत देख कर हैरान रह गईं. डॉक्टर क्लाउडिया वेबर पति के साथ हर साल जंसकार घाटी में जाती हैं और लोगों की मदद करती है. मंथन में जानिए कि कैसे लोग दांतों पर बैटरी का एसिड इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि दर्द महसूस ना हो और जबड़ा सुन्न हो जाए. दांतों को मजबूत रखने का सही तरीका क्या हो सकता है, इस बारे में ड्यूसलडॉर्फ की डेंटिस्ट प्रीति सिंह से खास बातचीत भी है. वह हमें बताएंगी कि दिन में कितनी बार मीठा खाया जा सकता है और दांतों को सड़न से बचाने के लिए क्या किया जा सकता है.
मंथन में और भी
तकनीक में इस बार सीखेंगे, लहरों से चुनौती लेना. समुद्री जहाज की जिम्मेदारी उसके कप्तान पर होती है. यात्री जहाज हो या फिर कार्गो शिप, कैप्टन की ट्रेनिंग बहुत जरूरी होती है. जहाज को तूफान से कैसे निकालना है, सही दिशा में कैसे ले जाना है, इस सब के लिए खूब सतर्क रहने की जरूरत होती है. मंथन में जानिए कि जहाज चलाने की ट्रेनिंग कहां और कैसे होती है.
साथ ही चलेंगे जर्मन शहर यूलिष के हेल्महोल्त्स सेंटर में. यहां भविष्य में ईंधन की सप्लाई पर खास रिसर्च चल रही है. पता किया जा रहा है कि किन पौधों का ईंधन बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है. यूलिष के रिसर्चर ऐसे पौधों पर ध्यान दे रहे हैं, जो खराब मिट्टी पर उगते हैं. जर्मन सरकार को भरोसा है कि भविष्य में खेत से ऊर्जा पैदा की जा सकती है.
मंथन में हम आपको कई तरह के कलाकारों से मिलवा चुके हैं.. कभी फ्लॉपी का इस्तेमाल करके पेंटिंग्स बनाने वाले, कभी चावल के दाने पर तो कभी शरीर पर पेंटिंग करने वाले कलाकारों से हम मिले हैं. इस बार मिलवाएंगे एक ऐसे कलाकार से जो आधी अधूरी मूर्तियां बनाता है. इनसे मुलाकात के लिए ले चलेंगे आपको स्पेन के खूबसूरत शहर वेलेंसिया में. क्या है इन मूर्तियों की खासियत, जानने के लिए मंथन शनिवार सुबह 10.30 बजे डीडी-1 पर.
आईबी/एएम