थाईलैंड में हिंसा, एक की मौत, 9 घायल
१४ मई २०१०प्रदर्शनकारियों ने बैंकॉक के उस इलाके को छोड़ने के कोई संकेत नहीं दिए हैं जहां उन्होंने क़ब्ज़ा किया हुआ है. शुक्रवार सुबह लुम्पिनी पार्क और साथोर्न रोड के पास प्रदर्शनकारियों ने रोज़ की ही तरह अपने प्रदर्शन जारी रखे हैं. सैनिकों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़ी और पानी की तेज़ बौछारे की.
गुरुवार को पत्रकारों से बात करते समय लाल टीशर्ट धारी प्रदर्शनकारियों के सेह दाएंग (कंमाडर रेड) नाम से जाने वाले नेता को सिर में गोली मार दी गई. उनका ऑपरेशन किया गया और हालत स्थिर बताई जाती है.
इस घटना के बाद बैंकॉक में प्रदर्शनकारियों और सैनिकों के बीच कई बार झड़पें हुई जिसमें नौ लोगों के घायल हुए और एक की मौत हो गई. मृतक आंख में गोली लगी थी. पूरी रात बम हमले और गोलीबारी चलती रही.
ताज़ा हिंसक प्रदर्शनों और सैनिक कार्रवाई से लगता है कि सैनिक हिंसक तरीके से प्रदर्शकारियों को हटाने के लिए तैयार है. हिंसा के बाद थाइलैंड में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. बताया जा रहा है कि सैनिकों ने प्रदर्शनकारियों तक खाने पीने की चीज़ें पहुंचने का रास्ता रोक दिया है.
राजनीतिक विश्लेषण करने वाले एक ग्रुप यूरेशिया का कहना है, इससे राजनीतिक ध्रुवीकरण कम नहीं होगा. लाल टीशर्ट धारियों की तरफ से दबाव बना रहेगा और निकट भविष्य में राजनीतिक अस्थिरता बनी रहेगी.
थाई प्रधानमंत्री अभिसीत वेजाजीवा ने बुधवार तक प्रदर्शनकारियों को बैंकॉक के कारोबारी इलाके से हट जाने को कहा था लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा. 12 मार्च से जारी इन प्रदर्शनों को ख़त्म करने का प्रधानमंत्री पर दबाव है, क्योंकि पूरा कारोबार ठप्प पडा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः एस गौड़