ताइवान में पैदा हुए दो लाइगर
१७ अगस्त २०१०वैज्ञानिकों का मानना है कि नर शेर और मादा चीता के मेल से पैदा लाइगर दुर्लभ प्रजाति जरूर है लेकिन इसकी बढो़तरी से आनुवंशिक तौर पर दोनों प्रजातियों को नुकसान होता है. इसलिए इस तरह की क्रॉस ब्रीडिंग और खासकर संरक्षित प्रजातियों की क्रॉस ब्रीडिंग पर रोक है.
दक्षिणी ताइवान के निजी फार्म वर्ल्ड स्नेक किंग एजुकेशन फार्म में बीते सप्ताह शनिवार को तीन लाइगर शावकों का जन्म हुआ था. इनमें से एक की जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो गई थी. स्थानीय पुलिस ने इसकी भनक लगते ही सोमवार को फार्म मालिक हुआंग के नन को हिरासत ले लिया. साथ ही जीवित शावकों और इनके माता पिता को पिंगतुंग के वन्यजीव शोध संस्थान में भेज दिया है.
कृषि विभाग के प्रमुख कुओ ई पिन ने बताया कि ताइवान में लाइगर के जन्म की यह पहली घटना है हालांकि यह कानून और कुदरत दोनों के खिलाफ है. इसलिए हुआंग को जेल भेजा गया है. उसे सजा के तौर पर जेल और 50,000 ताइवानी डॉलर यानी 1600 अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है.
इधर हुआंग ने अपने बचाव में कहा है कि छह साल की उम्र के नर शेर और मादा चीता जन्म से एक ही मांद में साथ रह रहे हैं. संकर प्रजाति के जन्म के लिए उसने जानबूझ कर इन दोनों को एकसाथ नहीं रखा. सांपों की ब्रीडिंग करने वाले हुआंग के खिलाफ हाल ही में चीते को अवैध तरीके से बेचने का भी मामला चलाया गया था.
नर शेर और मादा चीता से पैदा हुए लाइगर तथा नर चीता और शेरनी से उत्पन्न टिगलॉन में काफी भिन्नता होती है. दोनों ही संकर प्रजातियां दुर्लभ भी हैं.
रिपोर्टः एजेंसी/निर्मल
संपादनः ए कुमार