डॉर्टमुंड के नाराज फैंस
२२ मार्च २०१४चैंपियंस लीग के आखिरी मैच में टीम रूस की कम जानी जाने वाली जेनिट सेंट पीटर्सबर्ग से हार गई. इस दौरान टीम के फैन्स खुश नहीं थे. युर्गेन क्लॉप की डॉर्टमुंड टीम ने हाल के सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन यह घर में उसकी लगातार छठी हार थी. टीम के कई खिलाड़ी घायल हैं.
पीली जर्सी वाली डॉर्टमुंड की टीम ने 2011 और 2012 में जर्मन फुटबॉल लीग यानी बुंडेसलीगा जीता है. रूसी टीम से हारने के बाद डॉर्टमुंड के कप्तान सेबास्टियन केल ने कहा, "घरेलू स्टेडियम पर खेले गए मैच में आप अच्छा महसूस करते हैं और आपको यह नहीं लगता कि जैसे आपने कोई अपराध किया हो. टीम के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था."
टीम के कोच क्लॉप का कहना है कि किसी तरह ही सही, टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है और वह बड़ी बात है. पिछले साल डॉर्टमुंड ने अतिरिक्त समय में मलागा की टीम पर दो गोल करके कामयाबी पाई थी लेकिन दोबारा वैसा होता नहीं दिख रहा है. पिछले साल रियाल मैड्रिड के साथ सेमीफाइनल में भी कुछ सांसें रोक देने वाले क्षण थे. तब टीम में आत्मविश्वास था. इस बार फिर उसे रियाल से ही सेमीफाइनल में खेलना है और इस बार टीम में वह बात नहीं दिख रही है.
हालांकि कोच के अलावा टीम के खेल निदेशक मिषाएल सोर्क भी खुश हैं कि टीम एक बार फिर से चैंपियंस लीग के आखिरी आठ में पहुंच गई है. मिडफील्डर नूरी शाहीन का कहना है, "देखिए कि यह सीजन हमारे लिए कितना खराब था. हमारे कई खिलाड़ी चोटिल भी हो गए, फिर भी हम यूरोप की सबसे अच्छी आठ टीमों में शामिल हैं. यह बड़ी उपलब्धि है और हमें इसे लेकर खुश होना चाहिए."
टीम के साथ बड़ी मुश्किल यह है कि स्टार स्ट्राइकर रॉबर्ट लेवांडोव्स्की को दो पीले कार्ड मिल चुके हैं और वह क्वार्टर फाइनल के पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे. मार्सेल श्मेल्सर भी चोटिल हैं और बाहर बैठेंगे. पिछले साल डॉर्टमुंड की टीम चैंपियंस लीग के फाइनल तक पहुंची थी, जहां उसे जर्मनी की ही बायर्न म्यूनिख ने हरा कर चैंपियनशिप जीती.
एजेए/ओएसजे (डीपीए)