डेड बॉल पर खेले ही क्यों पीटरसन!
८ अगस्त २०१०एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में केविन पीटरसन तब 41 रन पर खेल रहे थे. मोहम्मद आसिफ बॉल लेकर उनकी ओर बढ़े लेकिन वह खेलने के लिए तैयार नहीं थे इसलिए पीछे हट गए. हालांकि तब तक आसिफ रुक नहीं पाए और उन्होंने बॉल फेंक दी. यूं अचानक पड़ी बॉल पर पीटरसन ने ऊटपटांग सा शॉट खेल दिया और गेंद हवा में उछल गई.
मैच में 6 कैच छोड़ चुकी मेहमान टीम के कप्तान सलमान बट को एक आसान कैच करने का मौका मिला और उन्होंने इसे गंवाया नहीं. कैच के बाद उन्होंने अपील की, लेकिन अंपायर इरासमस ने कहा कि वह पहले ही बॉल को डेड करार दे चुके थे इसलिए पीटरसन आउट नहीं हैं. इस बात पर सलमान बट ने अंपायर के साथ कुछ देर तक तर्क वितर्क किया. हालांकि अंपायर ने उनकी बात को नहीं माना.
बाद में पीटरसन 80 रन बना कर आउट हुए. इंग्लैंड ने कुल 251 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम 72 रन पर आउट हो गई. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान ने अपनी दूसरी पारी में एक विकेट खोकर 19 रन बना लिए थे. कप्तान सलमान बट जीरो पर आउट हो गए.
हालांकि सलमान डेड बॉल विवाद को ज्यादा तूल नहीं देना चाहते. मैच के बाद उनसे जब इस बारे में सवाल जवाब किए गए तो उन्होंने कहा, "मुझे अंपायर ने बताया कि उन्होंने शॉट खेलने से पहले ही बॉल को डेड करार दे दिया था. हमारे पास एक पॉइंट था और उसे हमने अंपायर के सामने रखा. लेकिन अंपायर का जवाब वही था."
वैसे पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने पारी में तीन बार पीटरसन का कैच छोड़ा. डेड बॉल के बारे में उन्होंने कहा कि उनके साथी खिलाड़ी जोनाथन ट्रॉट ने उनका ध्यान बंटा दिया. उन्होंने बताया, "ट्रॉट मक्खियां हटा रहे थे लेकिन मुझे लगा कि वह मुझसे कुछ कहना चाहते हैं. इसलिए मैं पीछे हट गया. अंपायर ने डेड बॉल की आवाज लगाई लेकिन बॉल फिर भी मेरी ओर चली आई तो मैंने यूं ही इसे खेल दिया. शायद मुझे इसे नहीं खेलना चाहिए था. अगर मैंने कुछ मुद्दा खड़ा कर दिया तो मैं इसके लिए माफी चाहता हूं."
सलमान बट ने कहा कि मुझे लगता है किस्मत आज केपी के साथ रही.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः उ भट्टाचार्य