टाइटलर और सज्जन कुमार के टिकट कटे
१० अप्रैल २००९लोकसभा चुनाव से पहले सिखों के प्रदर्शन से घबराई कांग्रेस ने दिल्ली से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर का टिकट काट दिए है.
इन दोनों नेताओं पर 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान दंगाइयों को भड़काने के आरोप हैं. हाल ही में सीबीआई इस मामले में जगदीश टाइटलर को क्लीनचिट दे चुकी है. जिसके बाद से पंजाब और दिल्ली में सिख समुदाय के लोग लागातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
माना जा रहा था कि सिखों के प्रदर्शन को देखते हुए दबाव में आई कांग्रेस जगदीश टाइटलर की टिकट काट देगी लेकिन पार्टी ने आज टाइटलर के साथ साथ सज्जन कुमार का भी टिकट काट दिया.
इससे पहले जगदीश टाइटलर ने कहा था कि, ''मैं किसी से टिकट के बारे में बात करने नहीं जा रहा हूं. पार्टी अध्यक्ष सोनिया इस बारे में जो भी फ़ैसला लेंगी, मैं उसे मानूंगा.''
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत ने टाइटलर मामले की सुनवाई 28 अप्रैल तक के लिए टाल दी. अब अदालत इस बात पर सुनवाई 28 अप्रैल को करेगी कि दंगों में भूमिका को लेकर टाइटलर पर मुक़दमा चलाया जाए या नहीं. सीबीआई दंगों में टाइटलर की भूमिका होने से इनकार कर चुकी है. इस बारे में सीबीआई टाइटलर को क्लीनचिट भी दे चुकी है.
सीबीआई की क्लीन चिट मिलने के बाद से ही जगदीश टाइटलर के ख़िलाफ सिख समुदाय में रोष है और कुछ दिन पहले एक पत्रकार ने इसके विरोध में गृहमंत्री पर जूता फेंक दिया था.
गुरूवार को सुनवाई से पहले भी दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत के सामने सिखों ने प्रदर्शन भी किया. सुबह से ही कड़कडडूमा कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में सिख समुदाय़ के लोग पहुंचे और पुलिस के बैरिकेड को पार करते हुए आगे बढ़ गए. प्रदर्शनकारी लगातार जगदीश टाइटलर और सीबीआई के ख़िलाफ़ नारे लगाते रहे. फिलहाल स्थिति सामान्य है. दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कोर्ट परिसर से दूर कर दिया है..
इससे पहले बुधवार को पंजाब और दिल्ली के कई इलाकों में भी टाइटलर के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए थे. पंजाब के कई शहरों में ट्रेंने तक रोक दी गई थीं
जगदीश टाइटलर पर आरोप है कि उन्होंने 84 के दंगों के दौरान दिल्ली के गुरुद्वारा पुलबंगश में दंगाइयों को उकसाया. इस दौरान दंगाइयों ने गुरुद्वारे में आग लगा दी और तीन लोगों की हत्या कर दी.
रिपोर्ट- पीटीआई, ओ सिंह
संपादन- एस गौड़