जेल की काल कोठरी से सत्ता की कुर्सी तक
मलेशिया में महाथिर मोहम्मद की जीत के बाद जेल में बंद विपक्षी नेता अनवर इब्राहिम को रिहा कर दिया गया है. इसके साथ वे जेल से सत्ता में पहुंचने वाले गिनती के नेताओं की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं.
अनवर इब्राहिम, मलेशिया
अनवर इब्राहिम को 20 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने अप्राकृतिक संभोग के आरोप में जेल भेजा था. समर्थक इसे जाली आरोप मानते हैं. 2015 में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था. अब रिटायरमेंट से वापस आकर प्रधानमंत्री बने महाथिर ने उन्हें रिहा कर दिया है और दो साल में उनके लिए अपनी कुर्सी भी छोड़ देंगे.
आंग सान सू ची, म्यांमार
म्यांमार की आजादी के सम्मानित नेता जनरल आंग सान की बेटी ने पिता की विरासत आगे बढ़ाने और शासन करने के बदले ऑक्सफोर्ड में शांति से पारिवारिक जीवन बिताने का रास्ता चुना था. लेकिन अपनी बीमार मां को देखने यांगोन पहुंची सू ची अचानक सैनिक विरोधी आंदोलन के केंद्र में आ गईं. उसके बाद के 21 सालों में 15 साल नजरबंद रहने वाली सूची 2015 के चुनावों में सत्ता में आईं.
मिशेल बाशले, चिली
चिली की पहली महिला राष्ट्रपति मिशेल को राजनीति में लाने वाले उनके पिता थे. वे सरकारी अधिकारी थे, जिनकी 1973 के सैनिक तख्तापलट के बाद हिरासत में हुई यातना के चलते मौत हो गई थी. मिशेल को भी बाद में भूमिगत राजनीतिक गतिविधियों के कारण कैद में रखा गया. वे पहली बार 2006 में राष्ट्रपति चुनी गईं. हाल ही में उनका दूसरा कार्यकाल पूरा हुआ है.
वात्स्लाव हावेल, चेकोस्लाविया
सरकार विरोधी नाटककार हावेल अपने पार्टी करने के प्रेम के कारण जाने जाते थे. चेकोस्लोवाकिया में 1968 के विद्रोह में हल्की भागीदारी ने उन्हें आजीवन एक्टिविस्ट बना दिया. हावेल को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया और कम्युनिस्ट शासन के विरोध के कारण बार बार जेल भेजा गया. समाजवाद के पतन के बाद वे देश के राष्ट्रपति बने और रोलिंग स्टोन को कंसर्ट के लिए प्राग बुलाया.
नेल्सन मंडेला, दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका में नस्लवाद विरोधी आंदोलन के नेता नेल्सन मंडेला ने 1961 में कहा था, "धरती की कोई ताकत प्रतिबद्ध दमित जनता को आजादी पाने से नहीं रोक सकती." एक साल बाद उन्हें अश्वेत लोगों के अधिकारों के लिए हथियारबंद संघर्ष का नेतृत्व करने के आरोप में सजा दे दी गई. नस्लवाद की समाप्ति और 27 साल की जेल के बाद वे 1994 में देश के पहले राष्ट्रपति बने.
जवाहरलाल नेहरू, भारत
आजादी के बाद भारत के प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल नेहरू पहली बार प्रिंस ऑफ वेल्स के दौरे का विरोध करने के लिए 1921 में जेल गए थे. स्वतंत्रता आंदोलन के सिलसिले में वे अलग अलग मौकों पर कुल मिलाकर एक दशक जेल में रहे. 1947 में आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बनने वाले नेहरू 17 साल सत्ता में रहे. नेहरू गांधी वंश का लंबे समय तक भारत में वर्चस्व रहा है.