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जेट से जेल तक पहुंचे कार्लोस की कैसे बदली दुनिया

१ फ़रवरी २०१९

प्राइवेट जेट में दुनिया का चक्कर लगाते और तीन बड़ी कार कंपनियों के लिए फैसले करते कार्लोस गोन की चहलकदमी टोक्यो की एक कोठरी में सिमट गई है. कार्पोरेट इतिहास में आकाश से जमीन पर इस तरह उतरने की कहानियां कम ही हैं.

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Carlos Ghosn
तस्वीर: Reuters/P. Wojazer

बीते साल 19 नवंबर की तारीख शायद कार्लोस गोन कभी नहीं भूलेंगे जब जापानी अभियोजकों का दल उनके विमान में आरोपों का पुलिंदा लिए घुस आया और उन्हें लेकर टोक्यो के हवालात में पहुंच गया. उन पर वित्तीय गड़बड़ियों के कई आरोप हैं. कार्लोस गोन तब से वहीं हैं, उन्हें जमानत नहीं मिल रही.

दावोस में दुनिया के कुलीन लोगों के साथ रात्रिभोजों में शैम्पेन की चुस्की लेते या फिर कान फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर नजर आते गोन ग्लोबलाइजेशन के बड़े प्रतीक हैं. तीन देशों के पासपोर्टधारी, बहुभाषी कार्लोस ने अपनी आत्मकथा में लिखा है, "ग्लोबलाइजेशन और पहचान जिस तरह निसान के बारे में बताते हैं, ठीक वैसे ही मेरी जिंदगी को भी व्यक्त करते हैं."

Libanon Carlos Ghosn in Beirut
तस्वीर: picture-alliance/dpa/R. Moukarzel

हालांकि बीते दो महीनों में सब कुछ बदल गया है. हवालात से ही कार्लोस ने समाचार एजेंसी एएफपी और एक फ्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें जमानत देने से इनकार, "दुनिया के किसी भी लोकतांत्रिक देश में सामान्य बात नहीं है." बीते दो महीने में 64 साल के गोन को जापान की दिग्गज कार कंपनियों निसान और मित्सुबिशी से बाहर कर दिया गया है जबकि फ्रेंच कार कंपनी रेनॉ से उन्होंने खुद ही इस्तीफा दे दिया. वह अपना कारोबारी साम्राज्य तो गंवा ही चुके हैं लेकिन नाम पर लगे धब्बों और आरोपों से मुक्त होने की प्रक्रिया अभी शुरू ही हुई है.

ब्राजील में 9 मार्च 1954 को लेबनानी मां बाप के घर जन्मे कार्लोस गोन बचपन में ही लेबनान चले गए जहां उन्हें बहुसांस्कृतिक जेसुइट स्कूल में फ्रांस, लेबनान, सीरिया और मिस्र के टीचरों ने पढ़ाया. उन्होंने अपनी पढ़ाई फ्रांस में पूरी की और कई साल अमेरिका में बिताए.

24 साल की उम्र में उन्हें टायर कंपनी मिशलिन ने नौकरी पर रखा और यहीं से उनके शानदार करियर की शुरूआत हुई, जल्द ही उन्हें "कॉस्ट किलर" कहा जाने लगा. 1996 में कार्लोस रेनॉ से जुड़े और इसके साथ ही फ्रेंच कंपनी में सुबह जल्दी काम शुरू करने की परंपरा शुरू हुई. इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर जहां कहीं भी मुमकिन था खर्च को घटाया. 1999 में कार्लोस ने एक बड़ा दांव खेला, लक्ष्य था संघर्ष कर रही कार कंपनी निसान को फायदे में लाने का.

Japan | Gericht ordnet Freilassung von Nissan-Manager Greg Kelly an
तस्वीर: Reuters/Kim Kyung-Hoon

खुद को "कठोर" बताने वाले कार्लोस ने कड़े फैसले लिए. पांच फैक्ट्रियां बंद कर दी गईं और 20 हजार लोगों की नौकरी गई. उनके कर्मचारी मानते हैं कि, "उन्हें हीरो की तरह देखने वाले अच्छे दिनों के बाद," उनके दबंग तौर तरीके लोगों को तंग करने लगे.

गोन ने खुद ही कहा है कि उन्होंने निसान का अनुग्रह पाने के लिए जो कुछ कर सकते थे सब किया, "आम शेयरधारकों की बैठक में मैंने खुद को 30 से 60 डिग्री तक झुकाने के लिए अभ्यस्त कर लिया लेकिन मैं वहां एक वजह से था: कंपनी को सुधारने के लिए."

तनाव तब शुरू हुआ जब वो 2005 में रेनॉ के प्रमुख बन गए और इसके बाद 2017 में उनके सिर पर मित्सुबिशी के प्रमुख का ताज भी सज गया. हर साल उन्हें करोड़ों यूरो की कमाई होने लगी. 2016 में उन्होंने पेरिस के बाहर वर्साय के महल में एक बड़ी पार्टी दी, जिसमें अभिनेता अपने अपने युग के परिधानों में आए.वैभव का प्रदर्शन जापानियों की नजर में उन्हें अप्रिय बना गया क्योंकि यहां कॉर्पोरेट मालिकों को पश्चिमी देशों के उनके समकक्षों से कम पैसे मिलते हैं.

Tokyo Zeichnung Carlos Ghosn bei Anhörung vor Gericht
तस्वीर: picture-alliance/Kyodo/N. Katsuyama

ताजे फलों से सजी थाली की जगह अब वो हवालात के चावल पर गुजारा कर रहे हैं, नियति इस वक्त कार्लोस गोन के लिए क्रूर बन गई है. उनका मानना है कि वे निसान के अधिकारियों की "चाल" का शिकार हुए हैं. उन्होंने अपनी तनख्वाह कम दिखाने और निजी निवेश में हुए घाटे को कंपनी के खाते में दिखाने के आरोपों से इनकार किया है. कार्लोस का कहना है, "क्या यह फंदा है? क्या यह चाल है? जाहिर है कि यह धोखे की कहानी है."

कार्लोस के बेटे एंथनी गोन 24 साल के हैं और उन्होंने अपने पिता को एक समर्पित पारिवारिक व्यक्ति बताया है. एक इंटरव्यू में एंथनी ने कहा, "वह एक पिता के रूप में अपनी भूमिका को एक बड़ी कंपनी के प्रमुख की तुलना में ज्यादा गंभीरता से निभाते हैं. उनके लिए परिवार हमेशा प्राथमिकता रहा है." हवालात में रहते हुए कार्लोस अपने परिवार से बात नहीं कर पा रहे और जीवन में पहली बार वो अपनी बेटी के जन्मदिन पर उसके साथ नहीं थे.

आगे क्या करेंगे पूछने पर 2017 में कार्लोस ने कहा था कि अपने परिवार के और नाती पोतों के साथ ज्यादा वक्त बिताएंगे. उन्होंने दूसरे कारोबारों के साथ ज्ञान और सहयोग की भी उम्मीद की थी ताकि कारोबारी जगत में उनके असाधारण अनुभव का उपयोग हो सके. कार्लोस ने कहा था, "मैं एक जगह पर नहीं रहूंगा. मैं पूरी दुनिया घूमूंगा, मैं किसी एक देश में पूरी जिंदगी बिताने के बारे में नहीं सोच सकता."

हालांकि जमानत पाने के लिए उन्होंने अदालत को भरोसा दिया है कि वे टोक्यो में रह कर मुकदमे का सामना करेंगे. हिरासत में लिए जाने के बाद वो सिर्फ एक बार दुनिया को नजर आए हैं जब कमर में रस्सी बांध कर उन्हें अदालत में पेश किया गया और उनके पैरों में प्लास्टिक की चप्पल थी. वो पतले जरूर नजर आए लेकिन स्वस्थ थे.

कार्लोस ने जीवन में पहले भी मुश्किलों का सामना किया है, दो साल की उम्र में उन्होंने गलती से बिना उबला पानी पी लिया था और उनकी जान पर बन आई थी. जेल में वह जीवन के उतार चढ़ाव के बारे में बात करते हैं. एक बार उन्होंने लिखा था, "जिंदगी का एक तरीका है बगैर सोचे समझे रास्तों पर खुद ही चलते जाना." बीते दो महीनों में उनकी जिंदगी जिस रास्ते पर चली है उसके बारे में भी उन्होंने शायद ही कभी सोचा हो.

एनआर/एमजे (एएफपी)

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