जी20 के चलते शहर छोड़कर जा रहे हैं लोग
१ जुलाई २०१७जुलाई महीने की शुरुआत में होने जा रहे जी20 सम्मेलन के लिए हैम्बर्ग शहर पूरी तरह से बंद रहेगा. स्थानीय पुलिस अधिकारी संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष योआखिम लेंडर्स ने कहा, "सार्वजनिक जीवन स्पष्ट प्रतिबंधों के अधीन होगा." 7 और 8 जुलाई को शिखर भेंट के लिए 19 देशों के सरकार प्रमुख और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधित हैम्बर्ग पहुंचेंगे.इस दौरान शहर के मुख्य रास्ते बंद रहेंगे, जगह जगह पहचान पत्रों की जांच होगी और शहर के ऊपर पुलिस के हेलीकॉप्टर मंडराते नजर आएंगे.
ऑटोमोबाइल एसोसिएशन एसीडीसी ने आशंका जताई है कि यातायात अस्त व्यस्त हो सकता है. इस तरह के आयोजनों के पहले हमेशा प्रदर्शनों की तैयारियां रहती हैं. अधिकारियों का अंदाजा है कि हजारों शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के साथ, कम से कम 8 हजार हिंसक प्रदर्शनकारी पूरी जर्मनी और विदेशों से यहां आएंगे. मुख्य सम्मेलन से पहले हैम्बर्ग में एक वामपंथी प्रदर्शन भी आयोजित होगा जिसका स्लोगन है, "जी20-वेलकम टू हेल."
शहर के रास्तों के अलावा कई कारोबार भी पूरी तरह से बंद रहेंगे. कई कंपनियां इस बात की व्यवस्था कर रही हैं कि सम्मेलन के दौरान काम के घंटे कम कर दिये जायें या कर्मचारी अपने घरों से काम कर सकें. सिक्योरिटी जोन के भीतर आने वाले छोटे व्यवसाय, रेस्तरां और फास्टफूट की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी.
जी20 शिखर सम्मेलन हैम्बर्ग के कांग्रेस सेंटर में होगा. पहले दिन की शाम मेहमानों के लिए शहर के मशहूर एल्बफिलहार्मोनी हॉल में कंसर्ट का आयोजन भी किया जायेगा. ये दोनों जगहें पूरी तरह से बंद और सिक्योरिटी जोन में रहेंगी.
सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने के लिए जी20 सम्मेलन के दौरान करीब 20 हजार पुलिस अधिकारी मौके पर तैनात रहेंगे.
सम्मेलन स्थल के आसपास रहने वाले लोगों ने जी20 के विरोध में घरों के आगे बैनर लगा रखे हैं. इन बैनरों पर "नो जी20", "फ्रीडम डाइज विद सिक्योरिटी" या "जी20, यू शुड नॉट बी हियर" जैसे स्लोगन लिख कर लगा रखे हैं. 70 वर्षीय हाइन्स कूज और उनकी पत्नी ने इस माहौल से दूरी बनाने के लिए उन दिनों शहर से बाहर जाना तय किया है. एक विज्ञापन कंपनी में काम कर रहे 30 वर्षीय थॉमस ने तय किया है कि वे एक दिन शहर के दूसरे हिस्से में स्थित दफ्तर जायेंगे और दूसरे दिन घर पर रहकर काम करेंगे.
हैम्बर्ग जर्मनी का विख्यात शहर है. राजकीय दौरे शहर के लिए नये नहीं हैं, लेकिन वह पहली बार जी20 शिखर सम्मेलन का मेजबान है. मैर्केल, पुतिन और ट्रंप उस शहर के केंद्र में मिल रहे हैं जो वामपंथी समर्थन के लिए जाना जाता है.
एसएस/एमजे/(डीपीए)