जीशा केस : टि्वटर पर हिंदू-मुस्लिम पर छिड़ी बहस
१४ दिसम्बर २०१७जीशा की पिछले साल पेरुंमबवूर स्थित अपने घर में बलात्कार के बाद हत्या कर दी गयी थी. दायर चार्जशीट में कहा गया था कि जब जीशा ने स्वयं को अमीरुल इस्लाम से बचाने की कोशिश की तो अमीरुल ने उसे मार डाला. मामले का दोषी अमीरुल मुख्य रूप से असम का रहने वाला है. उसके परिवारवालों के मुताबिक जब वह 10 साल का था तब उसने घर छोड़ दिया था.
इस ट्रायल में तकरीबन 85 दिन लगे और 100 से भी ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज हुए. घटना के बाद अमीरुल फरार हो गया था लेकिन 50 दिनों बाद उसे कांचीपुरम में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले ने देश भर में सुर्खियां बटोरी. अमीरुल को मिली इस फांसी की सजा पर लोगों ने जमकर ट्वीट किया है. हालांकि कुछ ट्वीट में कहा गया है कि इस पूरे मामले को सही और गलत के रूप देखा जाना चाहिये न कि इसमें हिंदू और मुस्लिम का एंगल लाना चाहिये.
लोगों ने ट्वीट में यह भी कहा कि वे उम्मीद करेंगे कि इसके खिलाफ कोई दया याचिका दायर न की जाये.
अपूर्वा अग्रवाल