जीत के बाद जर्मन टीम पर नोटों की बारिश
४ जुलाई २०१०1954 में जर्मनी की टीम ने पहली बार विश्व कप जीता था. उसके बाद 1974 और 1990 में वह चैंपियन रहा. इन टूर्नामेंटों के लिए फ्रित्स वाल्टर, फुटबॉल के बादशाह माने जाने वाले फ्रांत्स बेकेनबावर और लोथर माथ्थेउस को बहुत कम इनाम से संतोष करना पड़ा था. 1954 में इनाम के तौर पर मात्र एक हजार यूरो और एक टीवी दिया गया. 1974 में खिलाड़ियों की हालत बेहतर हुई, उन्हें तीस हजार यूरो के अलावा एक फोल्क्सवागेन बीटल कैब्रियो मिला. यहां तक कि 1990 में खिलाड़ियों को 65 हजार यूरो ही मिले. लेकिन इस साल क्वार्टर फाइनल से लेकर मैच के अंत तक, हर स्तर पर पैसों के साथ खिलाड़ियों का इनाम उनका इंतजार कर रहा है.
अर्जेंटीना से जीतने के बाद जर्मनी की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के 23 खिलाड़ियों में से हर एक को एक लाख यूरो का बोनस मिल रहा है. इंगलैंड को हराकर हर खिलाड़ी 50,000 यूरो घर ले गए थे. और अगर जर्मन टीम आने वाले बुधवार को डरबन में स्पेन को हरा देती है तो टीम के सदस्य अपने खाते में एक लाख पचास हजार यूरो का चेक जमा करेंगे. अगर जर्मनी विश्व कप जीत जाती है तो खिलाड़ी कुल दो लाख पचास हजार यूरो पाने के हकदार होंगे.
इतना पाने के बावजूद जर्नन खिलाड़ी इनाम पाने वालों की टॉप लीग में नहीं हैं. खास तौर पर अगर स्पेन के खिलाड़ियों को देखा जाए. अगर स्पेन विश्व कप जीत जाता है तो स्पेनी फुटबॉल संघ खिलाड़ियों को पांच लाख पचास हजार यूरो तक दे सकता है. अमेरिका के खिलाड़ियों से वादा किया गया था कि अगर उनकी टीम जीत जाती है तो हर एक खिलाड़ी को लगभग 6 लाख यूरो दिए जाएंगे.
2008 में यूरो खेलों के दौरान डीएफबी अपने खिलाड़ियों के साथ इसी व्यवस्था पर एकमत हुआ था. टीम के कोच योआखिम लोएव ने डीएफबी के साथ विशेष समझौता किया जिसके मुताबिक कोच को भी खिलाड़ियों जितना पैसा मिलेगा. हालांकि 2006 में जर्मन खिलाड़ियों से कहा गया कि विश्व कप जीतने पर उन्हें तीन लाख यूरो दिए जाएंगे.
विश्व कप के लिए क्वालिफायर्स के बाद ही हर खिलाड़ी को लगभग दो लाख यूरो दिए गए. डीएफबी के अधिकारियों का मानना है कि मैच के लिए शुल्कों को लेकर खिलाडियों के साथ बातचीत होती है और शुल्कों का भुगतान खेल के नतीजे पर निर्भर होता है. डीएफबी को पैसा फीफा से मिलता है जो सेमी फ़ाइनल पहुंच रही हर टीम को एक करोड़ पचास लाख यूरो दे रहा है. फ़ाइनल जीत रही टीम के संघ को दो करोड़ पांच लाख रुपए मिलेंगे जब कि दूसरे नंबर पर आने वाली टीम को एक करोड़ 65 लाख रुपए दिए जाएंगे. संघ इसमें से ज्यादातर पैसे खिलाड़ियों को देंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादनः महेश झा