जिम्बाब्वे ने टॉस जीता, फील्डिंग का फैसला लिया
३ जून २०१०त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत और जिम्बाब्वे की यह दूसरी भिडंत है. कप्तान सुरेश रैना ने उम्मीदों पर सवार हो कर जिम्बाब्वे की जमीन पर कदम रखा लेकिन पहले ही मैच में उन्हें कमजोर मानी जा रही टीम से 6 विकेट की हार झेलनी पड़ी. बुलावायो में हार के बाद भारत जल्द संभला और अगले ही मैच में उसने श्रीलंका को आसानी से हरा दिया.
ट्रायएंगुलर सीरिज अपने आधे रास्ते पर पहुंच चुकी है और तीनों टीमों ने अब तक एक एक मैच जीता है. ऐसे में आज भारत जिम्बाब्वे को हराकर फाइनल में अपनी सीट बुक करना चाहता है. टूर्नामेंट में भारत का मजबूत पक्ष उसकी बैटिंग रही है. पहले मैच में टीम ने 285 रन का स्कोर खड़ा किया और दूसरे मैच में भारत ने 44वें ओवर में ही 242 रन का लक्ष्य पा लिया.
भारतीय बल्लेबाजी के मजबूत स्तंभ बन कर उभरे हैं रोहित शर्मा जो बेहतरीन फॉर्म में दिख रहे हैं. रोहित ने अब तक दोनों मैच में शतक जड़े हैं और भारतीय पारी को नेतृत्व दिया है. वैसे ऑलराउंडर रवीन्द्र जडेजा और उपकप्तान विराट कोहली भी बढ़िया लय में नजर आ रहे हैं.
लेकिन फिलहाल सलामी बल्लेबाज भारत को वैसी शुरुआत नहीं दे पा रहे हैं जिसकी उसे दरकार है. दिनेश कार्तिक और मुरली विजय अभी तक वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की जगह भरने में नाकाम रहे हैं.
जिम्बाब्वे को अगर दूसरे मैच में भी भारत को हराना है तो उसे जोरदार प्रदर्शन करना होगा. पहले मैच में जीत के बाद हवा से बातें कर रही जिम्बाब्वे को श्रीलंका से मिली हार ने जमीन पर ला दिया है. बारिश से प्रभावित मैच में जिम्बाब्वे की टीम 25 ओवर में महज 118 रन पर ही सिमट गई.
जिम्बाब्वे के लिए बल्लेबाजी में मोर्चा संभाला है हैमिल्टन मसाकादजा ने जिन्होंने 46 और 62 रन बनाए हैं. दूसरे ओपन ब्रैंडन टेलर ने पहले मैच में तो जानदार 81 रन बनाए लेकिन दूसरे मुकाबले में वह सिर्फ 2 रन ही जोड़ पाए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य