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जापान के न्यूकलियर रिएक्टर में आग लगी

१६ मार्च २०११

जापान के लिए बुधवार की सुबह एक न्यूकलियर रिएक्टर में आग लगने की खबर के साथ हुई. इसके बाद विकिरण रिसाव का खतरा बढ़ गया है. जापान सरकार परमाणु संकट पर काबू पाने की कोशिशों में जुटी हुई है.

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तस्वीर: AP

फुकुशिमा दाईची परमाणु संयंत्र को चलाने वाली कंपनी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के प्रवक्ता हाजमी मोतूजुकू ने कहा कि रिएक्टर की ईकाई नंबर 4 के आउटर हाउस में आग लगी है. इस खबर की पुष्टि जापान की न्यूकलियर सेफ्टी एजेंसी ने भी की है. हालांकि इस आग की वजहों का पता नहीं चल पाया है.

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विकिरण मापने वाला यंत्रतस्वीर: AP

मंगलवार को भी इसी रिएक्टर के स्टोरेज पूल में आग लग गई थी. इसी पूल में परमाणु ईंधन को रखा जाता है. इसलिए विकिरण का खतरा बढ़ गया था. हालांकि शाम तक अधिकारियों ने कहा कि विकिरण का स्तर सामान्य हो गया है. लेकिन भयंकर त्रासदी से गुजर रहे जापान में तनाव लगातार बना हुआ है. इस त्रासदी में अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

विकिरण के खतरे के चलते सरकार ने परमाणु संयंत्र के 30 किलोमीटर के दायरे में रह रहे एक लाख 40 हजार लोगों से कहा है कि वे घरों के अंदर रहें और दरवाजे खिड़कियां बंद रखें. अधिकारियों ने इस क्षेत्र में हवाई यातायात को भी बंद कर दिया है.

विकिरण के खतरे का डर जापान के अन्य हिस्सों भी बना हुआ है. इसी वजह से बुधवार को लगातार दूसरे दिन जापान के शेयर बाजार में 10 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज हुई.

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विकिरण के लेवल की जांचतस्वीर: picture alliance/dpa

वैसे जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान और अन्य अधिकारी शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं लेकिन जापान समेत दुनिया के कई देशों में इस बात का तनाव बना हुआ है कि परमाणु संकट हल होगा या नहीं. अगर एक भी रिएक्टर पिघल जाता है तो यह एक भयंकर परमाणु त्रासदी साबित हो सकती है.

इस डर से बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक जापान छोड़कर जा रहे हैं. चीन ने जापान से अपने नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है. अमेरिका ने अपने नागरिकों से जापान न जाने की सलाह दी है. ऑस्ट्रिया ने अपना दूतावास टोक्यो से 400 किलोमीटर दूर ओसाका शहर में भेज दिया है. जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस ने टोक्यो को जाने वाली दो रोजाना उड़ानों को अन्य शहरों में भेजने का फैसला किया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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