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जर्मन चांसलर ने यूक्रेन को मदद दी और रूस को चेतावनी

१४ फ़रवरी २०२२

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स यूक्रेन के दौरे पर आए हैं. शॉल्त्स ने रूस को पश्चिमी देशों से गंभीर बातचीत का प्रस्ताव दिया है हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि वो नाटो की सदस्यता के लिए कोशिशें जारी रखेंगे.

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यूक्रेन में ओलाफ शॉल्त्स
जर्मन चांसलर और यूक्रेन की राष्ट्रपति की मुलाकाततस्वीर: Office of the President of Ukraine

यूक्रेन की सीमा पर रूसी फौजों के जमावड़े के बाद उठे तनाव को घटाने की दिशा में पश्चिमी देश लगातार कोशिश कर रहे हैं. जर्मन चांसलर का यूक्रेन दौरा भी इसी की कड़ी है. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने उम्मीद जताई है कि रूस यूक्रेन के साथ तनाव घटाने के लिए स्पष्ट कदम उठाएगा. राजधानी कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया.

नाटो की सदस्यता

शॉल्त्स के मुताबिक जर्मनी और उसके पश्चिमी सहयोगी रूस के साथ यूरोप की सुरक्षा पर गंभीर बातचीत के लिए तैयार हैं. शॉल्त्स ने पत्रकारों से कहा, "हम यूरोप की सुरक्षा पर रूस के साथ गंभीर बातचीत को तैयार हैं." जर्मन चांसलर ने यूक्रेन के लिए जर्मनी की ओर से 15 करोड़ यूरो की नई मदद का एलान किया और इसके साथ ही कहा कि अगर रूस यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है तो पश्चिमी देश दूरगामी और असरदार प्रतिबंध लगाने के लिए भी तैयार हैं."

कीव में ओलाफ शॉल्त्स
जर्मन चांसलर ने यूक्रेन को मदद का एलान किया है. तस्वीर: Press/ Presidential Office Ukraine

प्रेस कांफ्रेंस में जर्मन चांसलर के साथ मौजूद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनका देश रूस की नाराजगी और कुछ पश्चिमी देशों की आशंकाओं के बावजूद नाटो की सदस्यता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रयास करता रहेगा. जेलेंस्की ने कहा, "आज बहुत से पत्रकार और नेता कह रहे हैं कि यूक्रेन जोखिम से बच सकता है. वो हमें भविष्य में संगठन की सदस्यता के मुद्दे को नहीं उठाने के लिए संकेतों में सलाह दे रहे हैं क्योंकि इन जोखिमों की वजह रूस की प्रतिक्रिया है. मेरा ख्याल है कि हमें उसी रास्ते पर बढ़ना चाहिए जो हमने चुना है."

रूस को सजा

जर्मन चांसलर से मुलाकात में वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन को "भूराजनीतिक हथियार" के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है. रूस और जर्मनी के बीच यह पाइपलाइन यूक्रेन की आपत्तियों को अनदेखा कर बनाई गई है. अमेरिका के साथ ही यूक्रेन भी इसे लेकर नाखुशी जताता रहा है. प्रेस कांफ्रेंस में जेलेंस्की ने कहा कि रूस और जर्मनी के एनर्जी लिंक पर, "हमारे आकलन में हमारी कुछ असहमतियां हैं. हम निश्चित रूप से समझते हैं कि यह एक भूराजनीतिक हथियार है."

बाल्टिक सागर से हो कर गुजरने वाली यह पाइपलाइन पिछले साल ही बन कर तैयार हो गई लेकिन अभी जर्मन एजेंसियों ने इसे चालू करने की अनुमति नहीं दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन कह चुके हैं कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन परियोजना खत्म हो जाएगी.

कीव में जर्मन चांसलर
न्यूज कांफ्रेंस में ओलाफ शॉल्त्स और वोलोदिमीर जेलेंस्कीतस्वीर: Kay Nietfeld/dpa/picture alliance

जर्मन चांसलर ने कांफ्रेंस मेंनॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइनका नाम लिए बगैर कहा, "किसी को भी जर्मनी की इच्छा और तैयारियों पर संदेह नहीं होना चाहिए." अगर रूस अपने पड़ोसी पर हमला करता है तो जर्मनी उसे सजा देगा. शॉल्त्स ने कहा, "हम तब कार्रवाई करेंगे और दूरगामी कदम उठाए जाएंगे जिनका रूस के आर्थिक विकास के अवसरों पर बहुत बड़ा असर होगा."

रूस की तरफ से बातचीत के संकेत

ओलाफ शॉल्त्स कीव के बाद मॉस्को भी जाएंगे. पश्चिमी देश जहां कूटनीतिक कोशिशों में जुटे हैं, वहीं रूस सीमावर्ती इलाकों में फौज की तैनाती और बड़े युद्धाभ्यास कर रहा है. रूस ने सोमवार को इस बात के संकेत दिए कि वह पश्चिमी देशों के साथ बातचीत जारी रखने के लिए तैयार है ताकि रक्षा संकट को दूर किया जा सके.

टीवी पर प्रसारित एक बातचीत में रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन को अपने विदेश मंत्री के साथ दिखाया गया है. इस बातचीत में पुतिन सर्गेई लावरोव से पूछ रहे हैं कि क्या रूस की सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए किसी सहमति के आसार हैं या फिर यह बस जटिल बातचीत को खींचने की कोशिश है. जवाब में लावरोव कहते हैं, "हमने पहले ही कई बार चेतावनी दी है कि जिन सवालों के जवाब आज दिए जाने जरूरी हैं उन पर अंतहीन बातचीत को स्वीकार नहीं करेंगे." इसके साथ ही लावरोव ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी संभावनाएं अभी खत्म नहीं हुई हैं... इस समय तो मैं यही सलाह दूंगा कि हम इसे जारी रखें और आगे बढ़ाएं."

रूसी हमले की आशंका से उठाए हथियार

पुतिन और लावरोव के इस वीडियो को दुनिया के साथ रूस की बातचीत जारी रखने का संकेत कहा जा रहा है. अमेरिका चेतावनी दे रहा है कि यूक्रेन पर"किसी भी दिन" हमला हो सकता है और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्थिति को "बहुत, बहुत खतरनाक" बता रहे हैं. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिकों की तैनाती कर रखी है लेकिन हमले की योजना से इनकार कर रहा है.

एनआर/एके(एपी, एएफपी, रॉयटर्स)