जर्मनों ने फहराया ब्रुकलिन पर झंडा
१३ अगस्त २०१४"सार्वजनिक जगहों की खूबसूरती" का जश्न मनाने के लिए जर्मनी के दो कलाकारों ने 22 जुलाई को चुपके से यह काम किया, जिससे न्यूयॉर्क के सुरक्षा अधिकारियों की नींद हराम हो गई. कुछ लोगों ने इसे प्रैंक समझा, जबकि कुछ का कहना था कि इतने संवेदनशील इलाके में ऐसा करना आसान काम नहीं.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी के 37 साल के मीशा लाइनकॉफ और 35 वर्षीय माथियास वेर्मके चुपचाप 84 मीटर ऊंची ध्वजारोहण मीनार पर चढ़े और उन्होंने अमेरिका के झंडे हटा दिए. अखबार का दावा है कि इन दोनों ने जर्मनी से फोन पर उनसे बात की और अपने दावे के समर्थन में तस्वीरें और वीडियो पेश किए. ये वीडियो झंडे के ऊपर से फिल्माए गए थे.
कलाकारों का कहना है कि वे जर्मन डिजाइनर जॉन रोएबलिंग की बरसी को इस तरह मनाना चाहते थे, जिन्होंने इस ब्रिज का डिजाइन तैयार किया था. उनकी मौत 22 जुलाई, 1869 को हुई थी. लाइनकॉफ ने कहा, "बर्लिन में रहते हुए हम आश्चर्यचकित हैं कि इस बात पर इतनी प्रतिक्रिया हुई. हम न्यूयॉर्क पुलिस को शर्मिंदा नहीं करना चाहते थे." वेर्मके ने भी कहा कि यह अमेरिका विरोधी गतिविधि नहीं थी. अब न्यूयॉर्क के अधिकारियों पर निर्भर करता है कि क्या वे इन दोनों के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहते हैं.
इस घटना के बाद पुलिस कमिश्नर जॉन मिलर ने कहा था, "हम इन चीजों को हल्के में नहीं लेना चाहते. यह कोई मजाक या कला नहीं है." इन दोनों कलाकारों ने दूसरे शहरों में भी ऐसा कारनामा किया है. उन्होंने अखबार को पुरानी तस्वीरें भी दी हैं, जिसमें उन्होंने टोक्यो और वियेना के पुलों पर ऐसा ही किया था. उन्होंने 2007 में ब्रुकलिन ब्रिज के तारों में बैलून भी लगा दिए थे, जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया.
एजेए/एएम (डीपीए)