जर्मनी के संरक्षित स्मारक
जर्मनी में स्मारकों को संरक्षित करने की लंबी परंपरा है. स्मारकों में सिर्फ इमारतें ही नहीं औद्योगिक संयंत्र, बाग बगीचे, मोहल्ले और लैंडस्केप भी शामिल हैं.
विल्हेम पैलेस
विल्हेम पैलेस कारों के शहर श्टुटगार्ट के सिटी सेंटर में है. यहां वुर्टेमबर्ग के आखिरी राजा विल्हेम द्वितीय रहा करते थे. ये महल द्वितीय विश्वयुद्ध में पूरी तरह नष्ट हो गया था. इसे 1961 से 1965 के बीच में आधुनिक तरीके से बनाया गया है.
ब्रेमेन सिटी हॉल
सिटी हॉल में शहर के मेयर और सीनेट के अध्यक्ष का दफ्तर है. ये यूरोप में गोथिक कला के सबसे प्रमुख नमूनों में शामिल है और 1973 से स्मारक संरक्षण कानून के तहत संरक्षित है. 2004 में इस इमारत को यूनेस्को के विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया गया.
शिकार महल
झोपाऊ शहर का यह महल शिकार महल के नाम से जाना जाता है. सैक्सनी के सामंत ने इसे 1547 में बनवाया था. 1994 से विल्डेक महल सरकारी नियंत्रण में है और तब से इसका क्रमिक रूप से जीर्णोद्धार किया गया है.
क्वेडलिनबुर्ग
क्वेडलिनबुर्ग के फाखवैर्कहाउस दुनिया भर में मशहूर हैं. 910 ईसवी में इसे शहर का दर्जा मिला था और यहां अलग अलग काल के लकड़ी के ढांचों वाले मकानों को एक साथ देखा जा सकता है. इसी खासियत की वजह से यह शहर 1994 से यूनेस्को का धरोहर है.
पाउलुस चर्च फ्रैंकफर्ट
फ्रैंकफर्ट का पाउल चर्च शहर का ऐतिहासिक महत्व वाला चर्च है. यहां 1848 में फ्रैंकफर्ट संसद का मुख्यालय था जो जर्मनी की पहली स्वतंत्र रूप से निर्वाचित विधायिकी थी. यहां देश का पहला संविधान बना लेकिन वह लागू नहीं हो पाया.
आखेन डोम
आखेन का कैथीड्रल यूरोप के सबसे पुराने रोमन कैथीड्रलों में एक है. इसे सम्राट शार्लेमान्ये के आदेश पर बनाया गया था. 814 ईसवी में उन्हें यहीं दफनाया गया. इस गिरजे में 936 से 1531 तक 31 राजाओं और 12 रानियों का राज्याभिषेक हुआ.
कम्युनिस्ट नेताओं का मोहल्ला
जंगल में बने इस मोहल्ले वांडलित्स में पूर्वी जर्मनी के शीर्ष कम्युनिस्ट नेता रहते हैं. मोहल्ले में 23 मकान थे जिनमें पोलित ब्यूरो के सदस्य रहा करते थे. जीडीआर के विघटन के बाद यहां संरक्षित मकानों में रिहैब क्लिनिक काम कर रहा है.
वुर्त्सबुर्ग रेसिडेंस
दक्षिणी शहर वुर्त्सबुर्ग का ये महल वियना में शोएनब्रुन और वर्साय के महलों की कतार में बना बारोक महल है. 1719 से 1744 तक बने इस महल को यूनेस्को ने 1981 में विश्व घरोहर का दर्जा दिया. 1987 में जीर्णोद्धार के बाद से इसका इस्तेमाल म्यूजियम के रूप में होता है.
जर्मन संसद का भाषण मंच
द्वितीय विश्व युद्ध में हार और जर्मन विभाजन के बाद पश्चिम जर्मनी की संसद का मुख्यालय बॉन में था. यहां छोटे से अधिवेशन कक्ष में संसदीय बहस के लिए सांसद इस डेस्क का इस्तेमाल करते थे. बाद में बॉन में नया संसद भवन बना और ये डेस्क संरक्षित धरोहरों में शामिल हो गया.
बॉन का चांसलर बंगला
बॉन में चांसलर बंगले के किचन में खाने की मेज. चांसलर हेल्मुट कोल राजधानी में होने पर इस बंगले में रहा करते थे. राजधानी के बॉन से बर्लिन जाने के बाद ये बंगला भी किसी काम का नहीं रहा और इसे संरक्षित स्मारक बनाने का फैसला लिया गया.
बोर्जिस स्क्वैयर
रुअर इलाके में बसे डॉर्टमुंड शहर का एक चौराहा. जर्मनी के औद्योगिक नगर अपने मकानों, चौराहों और सिटी प्लानिंग के लिए जाने जाते हैं. बोर्जिस स्क्वैयर पर बनी ऐतिहासिक इमारतें भी अब संरक्षित स्मारक की क्षेणी में आती है और उन्हें मनमाने तरीके से बदला नहीं जा सकता.