जर्मनी का आखेन
जर्मनी आने वाले विदेशियों की नजर बर्लिन, फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख पर ही रहती है. पर यहां ऐसे कई छोटे शहर हैं जिनकी चहल पहल सबको अपनी तरफ खींचती है.
कैथीड्रल
आखेन के लोगों को इस कैथीड्रल पर नाज है. 1978 में यह जर्मनी की पहली इमारत थी जिसे यूनेस्को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया.
मुंस्टरप्लात्स
लोगों को यह जगह अपनी ओर बहुत आकर्षित करती है. आसपास रंग बिरंगे घर हैं, कई खूबसूरत कैफे हैं, जहां शॉपिंग और आइसक्रीम का मजा लिया जा सकता है.
टाउनहॉल
आखेन शहर के मुख्य आकर्षणों में है कैथीड्रल के पास स्थित यह टाउनहॉल. इसे 14वीं सदी में गोथिक शिल्पकला के अनुरूप बनाया गया था.
यूनिवर्सिटी
इंजीनियरिंग के लिहाज से आखेन यूनिवर्सिटी जर्मनी की बेहतरीन यूनिवर्सिटी है. यहां 40,000 स्टूडेंट्स हैं, इनमें सैकड़ों भारतीय भी हैं.
पॉन्टश्ट्रासे
छात्रों में यह सड़क बहुत लोकप्रिय है. दोपहर का वक्त हो या शाम, यहां के रेस्तरां हमेशा भरे रहते हैं. स्टूडेंट्स यहां के डिस्को और पब में जाना पसंद करते हैं.
एलिजेनब्रुनेन
ब्रुनेन का मतलब है झरना, फव्वारा या फिर पानी का कुंड. आखेन में दो ऐसे कुंड हैं जहां पानी का तापमान 52 डिग्री रहता है. लोग यहां डुबकी लगाना पसंद करते हैं.
पुपेनब्रुनेन
यानि गुड़ियों का झरना. 1975 में बने इस फव्वारे में कई किरदार हैं जो घूमते हैं. ये इस शहर की संस्कृति, यहां के कार्निवाल, खेलों इत्यादि को दर्शाते हैं.
कॉफी हाउस
आखेन के लोगों को सिर्फ कुंडों में नहाने का ही शौक नहीं है, वे शाम को कॉफी पीना और केक खाना भी पसंद करते हैं. यह कॉफी हाउस 17वीं शताब्दी का बना है.
लूसबेर्ग
264 मीटर ऊंचे इस मीनार से आखेन का शानदार नजारा दिखता है. मीनार के घूमने वाले प्लेटफॉर्म से एक ही जगह से पूरे शहर का मंजर देखा जा सकता है.
तीन देश
आखेन जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड्स की सीमा पर है. एक साथ तीन देशों की संस्कृतियों का मिलन.