जमाइका से कुख्यात ड्रग सरगना अमेरिका भेजा गया
२५ जून २०१०जमाइका की राजधानी किंग्सटन में गुरुवार को हुई पेशी के दौरान तय किया गया कि कोक पर जमाइका की बजाय अमेरिका में मुकदमा चलाया जाए. इसके बाद उसे अमेरिकी ड्रग अधिकारियों और मार्शलों के हवाले कर दिया गया ताकि उसे अमेरिका ले जाया जा सके.
न्यू यॉर्क लाए जाने के बाद कोक पर आज न्यू यॉर्क की अदालत में मुकदमा चल सकता है. न्यू यॉर्क टाइम्स ने कहा है कि कोक ने एक बयान जारी कर कहा है, "मैं यह फैसला ले रहा हूं क्योंकि मुझे लगता है कि यह फैसला मेरे परिवार के लिए, वेस्ट किंग्सटन के लिए और वहां रहने वाले टिवोली लोगों के लिए बहुत अच्छा है. और सबसे बढ़ कर जमाइका के लिए बहुत अच्छा है."
कोक को गिरफ्तार करने की जमाइका पुलिस की पिछली कोशिश नाकाम हो गई थी क्योंकि उसे स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल है. कुछ इलाकों में तो उसकी रॉबिन हुड जैसी छवि है. उसे पकड़ने की कोशिश में हुई हिंसा में 73 लोग मारे गए. लेकिन मंगलवार को किंग्सटन पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली.
अमेरिका पिछले तीन साल से कोक की तलाश कर रहा है. उस पर हथियारों और ड्रग तस्करी का आरोप है. सरकारी वकीलों का आरोप है कि 1990 के दशक से ही कोक मारिजुआना और कोकीन की स्मगलिंग कर रहा है और उसका शावर पोस्से संगठन हथियारों की तस्करी में भी लगा है. आरोप साबित होने पर उसे आजीवन कारावास और भारी जुर्माने की सजा हो सकती है.
वकीलों का कहना है कि कोक इस दौर का नशीली दवाओं का सबसे खतरनाक कारोबारी है.
रिपोर्टः डीपीए/ए जमाल
संपादनः उ भट्टाचार्य