चटगांव में बांग्लादेश की हालत नाज़ुक
१८ जनवरी २०१०चटगांव टेस्ट में सचिन तेंदुलकर ने दबाव में खेलते हुए भी अपनी शानदार 44वीं टेस्ट सेंचुरी पूरी की. लेकिन भारत की पहली पारी 243 रन पर ही सिमट गई. बांग्लादेश के ख़िलाफ़ यह भारत का अब तक का सबसे कम टेस्ट स्कोर है.
मध्यक्रम के बल्लेबाज़ तेंदुलकर ने उस वक़्त नॉटआउट 105 रन की शानदार पारी खेली, जब उनकी टीम को रनों की ज़रूरत थी. ख़ासकर तब, जब रविवार को बांग्लादेश के सधे हुए आक्रमण के सामने भारतीय बल्लेबाज़ बिखर कर रह गए. टेस्ट के दूसरे दिन बांग्लादेश ने लंच तक बिना कोई विकेट खोए 21 रन बना लिए हैं.
सोमवार को भारत ने आठ विकेट पर 213 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया. लेकिन उसके बाक़ी बचे दो विकेट भी आठ ओवरों में गिर गए. स्पिनर शाकिब अल हसन और तेज़ गेंदबाज़ शहादत हुसैन को पांच पांच विकेट मिले. शाकिब ने 62 रन देकर छठी बार किसी टेस्ट में पांच या उससे ज़्यादा विकेट लिए. वहीं शहादत ने 71 रन देकर तीसरी बार एक मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा किया.
खेल के दूसरे दिन तेंदुलकर का साथ देने के लिए ईशांत शर्मा और एस श्रीसंत जैसे पुछल्ले बल्लेबाज़ ही थे. मास्टर ब्लास्टर ने रविवार को बनाए अपने 76 रन के निजी स्कोर से आगे खेलना शुरू किया. उन्होंने सोमवार को कुछ शॉट्स जड़े और अपनी सेंचुरी पूरी की. उन्होंने पहले ओवर में शहादत की गेंद पर चौका जड़ा और फिर शाकिब की गेंद पर छह रन हासिल किए. कोहरे की वजह से दूसरे दिन का खेल 90 मिनट देरी से शुरू हुआ.
तेंदुलकर 93 बनाकर खेल रहे थे, जब अंतिम बब्लेबाज़ के तौर पर श्रीसंत उनका साथ देने मैदान पर आए. सचिन ने शहादत की लगातार दो गेंदों पर चौके जड़कर सेंचुरी पूरी की. 166 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने दो छक्के और 11 चौके लगाए.
इससे पहले भारत ने 2000 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ अपनी पारी सबसे कम 429 रन बनाए थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य