गाय से नहीं, पौधों से बनने वाला दूध
भारत के ज्यादार घरों में गाय के दूध का इस्तेमाल होता है. लेकिन आजकल वीगन डायट का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है. साथ ही कई लोगों को पांरपरिक दूध में पाए जाने वाले लैक्टोस से एलर्जी भी होती है. ऐसे लोगों के पास कुछ विकल्प हैं.
सोया का दूध
सभी प्लांट मिल्क की तुलना में सोया के दूध में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है. एक कप (240 एमएल) सोया के दूध में करीब 6 ग्राम प्रोटीन मिलता है. सोया मिल्क कैल्शियम और विटामिन डी से भी भरपूर होता है.
बादाम का दूध
बादाम के दूध की दुनिया में काफी डिमांड है. यह इसलिए क्योंकि बादाम खुद काफी पोषक है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ई और गुणकारी मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है. एक कप आल्मंड मिल्क में करीब 1 ग्राम प्रोटीन होता है. बादाम का दूध बच्चों और वयस्कों दोनें के लिए अच्छा विक्लप है, जिन्हें गाय या दूसरे जानवरों के दूध से एलर्जी है.
काजू का दूध
काजू के दूध का स्वाद मलाईदार होता है. यह विटामिन, खनिज, हेल्थी फैट और अन्य लाभकारी तत्वों से भरपूर है. यह इम्यूनिटी, दिल, आंख और त्वचा के लिए भी लाभदायक है.
नारियल का दूध
कोकोनट मिल्क आजकल काफी ट्रेंड में है. यह सैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है. एक कप नारियल के दूध में करीब 4 ग्राम प्रोटीन होता है. कोकोनट मिल्क का उपयोग अक्सर कई एशियाई व्यंजनों में किया जाता है.
चावल का दूध
सोया, पारंपरिक दूध और नट्स की तुलना में चावल में बहुत कम एलर्जेन होते हैं. इसमें करीब 1 ग्राम (एक कप) प्रोटीन होता है. जिन लोगों को लैक्टोस से एलर्जी है, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है.
कीनूआ का दूध
कीनूआ एक तरह का अनाज है जिसे अक्सर सलाद के रुप में खाया जाता है. यह बाकी अनाजों की तुलना में ज्यादा प्रोटीन और फाइबर प्रदान करता है. यह ग्लूटेन-फ्री होता है और इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं. यह आयरन, मैग्नीशियम और जिंक से भरपूर है.
ओट/जई का दूध
ओट मिल्क का स्वाद सौम्य और मलाईदार होता है. गाय के दूध की तुलना में ओट मिल्क में अधिक विटामिन बी-2 होता है. ओट/जई के दूध का इस्तेमाल मीठे और नमकीन दोनों प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है. एक कप ओट मिल्क में करीब 4 ग्राम प्रोटीन होता है.
तीसी का दूध
बाजार में कई तरह के दूध के विकल्पों के बीच फ्लैक्स मिल्क भी मिलता है. फ्लैक्स मिल्क में डेयरी मिल्क के मुकाबले कम कैलोरी और कम फैट होता है.
मटर का दूध
सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन चिंता की बात नहीं है क्योंकि इस दूध का स्वाद हरे मटर की तरह नहीं होता. मटर के दूध में एक तिहाई सैचुरेटेड फैट होता है. इसमें गाय के दूध की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा कैल्शियम होता है.