खेलों की तैयारी में गड़बड़ी के लिए भारत जिम्मेदारः हूपर
२४ सितम्बर २०१०खेलों का समय नजदीक आने के साथ ही कॉमनवेल्थ फेडरेशन और दिल्ली कॉमनवेल्थ आयोजन समिति के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. माइक हूपर ने खेलों की तैयारी में गड़बड़ियों के लिए सीधे सीधे भारत को जिम्मेदार माना है. हूपर का कहना है कि खूब सारा पैसा खर्च करने के बाद भी तैयारी वैसी नहीं हुई जैसी होनी चाहिए. माइक हूपर ने कहा, "इसमें कोई शक नहीं कि भारत ने खेलों के आयोजन पर पैसा बेतहाशा खर्च किया लेकिन खेलों की तैयारी को पूरी तरह से मुकम्मल करने और किए गए वादों को निभाने की जिम्मेदारी भी उसी की है."
हूपर का कहना है कि फेडरेशन का काम तैयारियों को जायजा लेना और उनमें सहयोग करना है लेकिन काम को पूरा करने की जिम्मेदारी आयोजन समिति, भारत सरकार और दिल्ली सरकार की है. फेडरेशन का यह भी कहना है कि भारत सरकार को खेलों के आयोजन की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिला. आयोजन में कमियों की इतनी शिकायत मिल रही है कि इनके सफल होने पर सवाल उठ रहे हैं. इस बीच अलग अलग देशों की टीमों का आना भी शुरू हो गया है.
खेलगांव की सफाई एक बड़ा मुद्दा बन गई है. बरसात के मौसम ने आयोजकों की परेशानी और बढ़ा दी है. खेलगांव में जगह जगह पानी लगा है. एक समाचार एजेंसी ने खेलगांव परिसर की ऐसी तस्वीरें छापी हैं कि देखकर किसी को भी शर्म आ जाए. इसके अलावा जामा मस्जिद के पास गोलीबारी में ताइवान के दो नागरिकों का घायल होना और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास बन रहे फुट ओवर ब्रिज का गिर जाना कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्होंने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
उधर प्रधानमंत्री निवास पर खेल मंत्री एमएस गिल और शहरी विकास मंत्री जयपाल रेड्डी को बैठक के लिए बुलाया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि इन दोनों से सिर्फ कॉमनवेल्थ खेलों पर बातचीत की जाएगी. कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन के अध्यक्ष माइकल फेनेल दिल्ली में खेलों की तैयारी का जायजा लेंगे और वह प्रधानमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ए कुमार