खूबसूरत ही नहीं स्वादिष्ट भी हैं फूल
सुनने में अजीब जरूर लगता है लेकिन कई फूल खाने के काम आते हैं, जैसे गुलाब के फूल को सुखा कर गुलकंद बनाया जाता है और केसर मिठाई और बिरयानी की शान बढ़ाता है.
लैवेंडर
जामुनी रंग के लैवेंडर की खुश्बू कमाल की होती है. जुलाई के महीने में इटली और फ्रांस के कई इलाकों में लैवेंडर की खेती होती है. जामुनी रंग के फूलों से भरे खेतों का नजारा अद्भुत होता है. कई लोग इन्हें चाय में मिला कर पीना पसंद करते हैं.
जलकुंभी
लाल और पीले रंग के इन फूलों को बहुत चाव से खाया जाता है. यूरोप में अक्सर पांच सितारा रेस्त्रां खाने को इन फूलों से सजाना पसंद करते हैं. इनका स्वाद कुछ कुछ मूली जैसा होता है और इन्हें चीज से भर कर परोसा जाता है.
कुकरौंधा
जो लोग खरगोश पालते हैं, वे इस फूल से वाकिफ हैं. इसका स्वाद कड़वा होता है लेकिन खरगोश इसे खाना पसंद करते हैं. बढ़िया शेफ वो है जो इस कड़वाहट का भी इतनी चतुराई से इस्तेमाल करे कि खाने वाले अंगुलियां चाटते रह जाएं. वाइन, जेली और कुकीज में इसे मिलाया जाता है.
पैंजी
यह फूल दुनिया के कई देशों और कई रंगों में मिलता है पर इसके बीच का हिस्सा हमेशा काला ही होता है. इसीलिए इसे केक और कुकीज में डाला जाता है. साधारण से दिखने वाले पीले चीजकेक में इस फूल के कारण रंग आ जाते हैं.
गेंदा
अक्सर मंदिरों में दिखने वाला गेंदे का फूल खाया भी जा सकता है. गेंदे की कई किस्में होती हैं. इसका इस्तेमाल तरह तरह की क्रीम और लोशन में किया जाता है. साथ ही बेकरी के उत्पादों में भी गेंदे का फूल काम आता है. कभी गेंदे के रस से भरा मफिन चख कर देखें!
गुलनार
इन फूलों का इस्तेमाल ज्यादातर पूजा में किया जाता है. लेकिन असल में इनसे स्वादिष्ट जेली और शरबत भी बनते हैं. मक्खन में मिला कर भी इसका आनंद लिया जा सकता है. स्वाद कुछ कुछ लौंग से मेल खाता है.
बबूने
इस फूल को पानी में उबाल कर पीने से पेट दर्द से राहत मिलती है. स्वाद हल्का सा कड़वा होता है लेकिन ग्रीन टी के शौकीनों में यह काफी लोकप्रिय है. माना जाता है कि इसकी सुगंध सिरदर्द से भी निजात दिलाती है.
ग्लैडीओलस
लंबी डंडी वाले ये फूल अक्सर गुलदस्तों में दिखाई देते हैं. कम ही लोग जानते हैं कि इन्हें खाया भी जा सकता है, वह भी यूं ही सलाद में मिला कर.