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क्या खशोगी मामले से बेखबर थे क्राउन प्रिंस?

२२ अक्टूबर २०१८

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, जो खुद को एमबीएस कहलाना पसंद करते हैं, पत्रकार जमाल खशोगी की मौत के बाद से विवादों में घिरे हैं. उन पर खशोगी की हत्या की साजिश के आरोप लग रहे हैं.

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Saudi Arabien Mohammed bin Salman
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/C. Owen

सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी दो अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी कंसुलेट में जाने के बाद से गायब थे. तुर्की सरकार ने कंसुलेट में ही खशोगी की हत्या की बात कही, जिससे सऊदी अरब इनकार करता रहा. सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार खशोगी कुछ मिनटों या लगभग एक घंटे बाद कंसुलेट के पीछे के दरवाजे से बाहर निकल गए थे. अब दो हफ्तों के बाद सऊदी ने माना कि कंसुलेट के अंदर मारपीट के दौरान खशोगी की जान गई. हालांकि इस बारे में सऊदी ने कुछ भी नहीं कहा कि अगर खशोगी मारे जा चुके हैं तो उनका शव कहां है, उनसे मारपीट के लिए स्क्वॉयड को इस्तांबुल क्यों भेजा गया था और मौत की घोषणा करने में दो हफ्ते का वक्त क्यों लगा.

तुर्की की तफ्तीश

खशोगी की गुमशुदगी के बाद तुर्की सरकार ने कंसुलेट और कंसुल जनरल के घर की तलाशी ली. सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को परखा गया और रियाद से इस्तांबुल आए सऊदी नागरिकों के बारे में भी जानकारी हासिल की गई. तुर्की सरकार की छानबीन के अनुसार दो अक्टूबर की सुबह 15 सऊदी नागरिकों का एक दस्ता इस्तांबुल पहुंचा. इन्हें सीसीटीवी फुटेज में कंसुलेट और कंसुल जनरल के घर के बाहर भी देखा गया. इन लोगों की पहचान जाहिर करते हुए तुर्की ने 15 लोगों के पासपोर्ट की कॉपी भी जारी की. तुर्की के अनुसार दो अक्टूबर की शाम ये सब दो निजी विमानों से सऊदी अरब लौट गए. 

इसके अलावा खशोगी की मंगेतर ने भी स्थानीय अखबार को कुछ सबूत दिए हैं. खशोगी अपनी शादी से जुड़े दस्तावेज लेने के लिए कंसुलेट में गए थे. उनके अंदर जाने के बाद मंगेतर तीन घंटे तक बाहर उनका इंतजार करती रहीं. खशोगी का आईफोन इस दौरान उन्हीं के पास था, जो खशोगी की आईवॉच से जुड़ा था. स्थानीय अखबार "सबाह" के अनुसार उन्होंने फोन के जरिए एक सात मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग हासिल की है, जिसमें सुना जा सकता है कि किस तरह से हत्या करने से पहले खशोगी को यातना दी गई और उनकी उंगलियां काटी गईं.

तुर्की की अब तक की तफ्तीश बताती है कि 15 लोगों के दस्ते में एक फोरेंसिक एक्सपर्ट भी मौजूद था जो अपने साथ "बोन सॉ" ले कर आया था. यह एक ऐसा हथियार होता है जिससे हड्डियां काटी जाती हैं. ऐसा भी कहा जा रहा है कि खशोगी के टुकड़े टुकड़े कर एसिड में डाल दिए गए. हालांकि कंसुलेट और कंसुल जनरल के घर की तलाशी में अवशेष बरामद नहीं हुए हैं. शुरुआती रिपोर्ट में घटनास्थल की दीवारों पर ताजा पेंट की बात जरूर कही गई है.

सऊदी की सफाई

रियाद का कहना है कि इस मामले में कुल 18 लोगों से पूछताछ जारी है. सऊदी शाह सलमान ने इस सिलसिले में पांच लोगों को बर्खास्त किया है. इनमें से एक हैं शाही परिवार के वरिष्ठ मीडिया सलाहकार सऊद अल कहतानी. इस बीच इनका एक साल पहले का ट्वीट वायरल हो गया है. कहतानी ने ट्वीट में लिखा था, "आपको क्या लगता है, मैं बिना किसी निर्देश के अपने आप ही कुछ भी कर सकता हूं? मैं एक कर्मचारी हूं और अपने मालिक, राजा और हिज हाइनेस क्राउन प्रिंस, के आदेशों का पूरी ईमानदारी से पालन करता हूं."

कहतानी को प्रिंस मोहम्मद का करीबी माना जाता है. ऐसे में क्राउन प्रिंस के इस पूरे मामले से बेखबर होने पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसके अलावा सऊदी खुफिया एजेंसी के उपाध्यक्ष मेजर जनरल अहमद अल असीरी को भी बर्खास्त किया गया है. अल असीरी को क्राउन प्रिंस ने ही इस पद पर नियुक्त किया था. न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक सऊदी अधिकारी के हवाले से लिखा है कि अल असीरी को इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.

इन सब के बीच सऊदी पर दबाव बढ़ रहा है और अमेरिका और जर्मनी ने सऊदी सरकार से सफाई मांगी है. हालांकि अब तक सऊदी पर किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध की कोई बात सामने नहीं आई है.

आईबी/एनआर (डीपीए/एएफपी)

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