कोलंबो टेस्ट में श्रीलंका की ठोस शुरुआत
३ अगस्त २०१०श्रीलंका ने 100 रन का आंकड़ा 25वें ओवर में छू लिया. क्रीज के दोनों ओर जमे बल्लेबाजों ने बड़े आराम से भारतीय आक्रमण को झेल लिया. इससे पहले श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि पहले सत्र के खेल के बाद इस ट्रैक पर अच्छी बल्लेबाजी हो सकती है. इसलिए उन्हें टॉस हारने का ज्यादा गम नहीं था. लेकिन श्रीलंका के बल्लेबाजों ने धोनी की योजना सफल नहीं होने दी. उन्होंने बड़े आराम से बैटिंग की. हालांकि इशांत शर्मा ने चौथे ओवर में ही टीम इंडिया के लिए विकेट निकाल लिया, जब उन्होंने सलामी बल्लेबाज परनविताना को कप्तान धोनी के हाथों कैच आउट करा दिया.
लेकिन इसके बाद से कप्तान संगकारा और तिलकरत्ने दिलशान ने बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी की और टीम का स्कोर 100 रन के पार करा दिया. दिलशान 42 रन बनाकर आउट हुए. भारतीय गेंदबाजी को एक और झटका तब लगा, जब स्पिनर हरभजन सिंह घायल होने की वजह से टीम में शामिल नहीं किए जा सके. उनकी जगह अमित मिश्रा को टीम में लिया गया. भारतीय गेंदबाजी पहले से ही कमजोर है और भज्जी के बाहर होने से श्रीलंका की बल्लेबाजी वाले विकेट पर टीम इंडिया की मुश्किल और बढ़ सकती है.
सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर भी घायल हैं और उनकी जगह मुरली विजय को ओपनर के तौर पर रखा गया है. भारत गॉल में खेला गया पहला टेस्ट मैच गंवा चुका है और सीरीज बराबर करने के लिए उसे इस मैच को जीतना जरूरी है. टीम इंडिया इस वक्त दुनिया की पहले नंबर की टेस्ट टीम है लेकिन कोलंबो टेस्ट हारने से समीकरण उलट सकते हैं.
यह मैच मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के लिए भी खास है. वह क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटर बन गए हैं. उनके नाम अब 169वां टेस्ट है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एन रंजन