कोलंबिया में शांति की लंबी डगर
कोलंबिया में राष्ट्रपति चुनाव वामपंथी गुरिल्ला संगठन फार्क के साथ शांति संधि को पुख्ता करने की राह में मील का पत्थर है. दशकों के खूनी हथियरबंद संघर्ष के बाद सरकार और पार्क के बीच शांति समझौता हुआ.
मुश्किल राह
2016 में कोलंबिया सरकार और फार्क विद्रोहियों के बीच शांति समझौता दशकों के हथियारबंद संघर्ष को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था. इस समझौते पर देश में विवाद बना हुआ है और राष्ट्रपति चुनावों के दौरान ये मुख्य मुद्दा था.
जमींदार बनाम किसान
इस विवाद की शुरुआत 1920 के दशक में जमीन के हक के लिए संघर्ष के साथ हुई. उस संघर्ष में हजारों लोग मारे गए. 1948 में उदारवादी नेता खोर्गे एलीसर गैतान (फोटो) की हत्या ने देश को गहरे संकट में धकेल दिया. कई प्रतिरोध संगठन बने. सेना ने "कम्युनिस्ट किसानों" के खिलाफ अभियान शुरू किया.
फार्क और ईएलएन
1964 में फार्क (कोलंबिया की क्रांतिकारी सशस्त्र सेना) और ईएलएन (राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेना) का गठन हुआ. फार्क जमींदारी का वर्चस्व खत्म करना चाहता था तो ईएलएन का गठन उग्रवादी छात्र आंदोलनों और स्वतंत्रतावादी धर्मशास्त्री कामिलो चोरेस के विचारों के आधार पर बना. सरकार ने अमेरिका की मदद से दोनों संगठनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी.
अर्द्धसैनिक गिरोह
1980 के दशक में विवाद गहरा गया जब जमींदारों ने फार्क के खिलाफ दक्षिणपंथी पारा मिलिटरी गिरोहों का इस्तेमाल करना शुरू किया. दोनों पक्ष ड्रग माफिया गुटों के साथ निकट रूप से जुड़े थे. दक्षिणपंथी अर्द्धसैनिक गिरोहों ने 1986 और 1990 के बीच राष्ट्रपति पद के चार उम्मीदवारों और बहुत से वामपंथी नेताओं की हत्या कर दी.
बंधक बनी इनग्रिड बेटानकुअर
फरवरी 2002 में छापामारों द्वारा एक घरेलू विमान के अपहरण के बाद सरकार ने फार्क के साथ शांति वार्ता रोक दी. कुछ ही दिनों बाद विद्रोहियों ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार इनग्रिड बेटानकुअर का अपहरण कर लिया. अल्वारो ऊरीबे चुनाव जीते और फार्क के खिलाफ सख्ती से पेश आना शुरू किया. बेटानकुअर को 2008 में छोड़ा गया.
फिर शुरू हुई शांति वार्ता
खुआन मानुएल सांतोस 2010 में देश के राष्ट्रपति चुने गए. वे फार्क के साथ बातचीत कर हिंसा को समाप्त करने के समर्थक थे. दो साल बाद हिंसा के शिकारों के लिए हर्जाने और जमीन का वापसी का कानून पास हुआ. उस साल नवंबर में सरकार और फार्क बीच औपचारिक रूप से शांति वार्ताएं शुरू हुईं.
संघर्षविराम
29 अगस्त 2016 की मध्यरात्रि सरकारी सैनिकों और फार्क विद्रोहियों के बीच स्थायी संघर्षविराम शुरू हुआ. राष्ट्रपति सांतोस ने ट्वीट किया, "29 अगस्त को कोलंबिया के इतिहास का नया अध्याय शुरू हो रहा है." उन्होंने लिखा, "हमने हथियारों को चुप कर दिया है. फार्क के साथ लड़ाई खत्म हो गई है."
फार्क के साथ शांति संधि
26 सितंबर 2016 को राष्ट्रपति सांतोस और फार्क नेता रोड्रिगो लंदोनो टीमाचेंको ने शांति संधि पर दस्तखत किए. इसके साथ 52 साल से चल रहा संघर्ष खत्म हुआ. शांति संधि पर दस्तखत का समारोह कार्टागेना में हुआ और उम्मीदों भरे इस समारोह में 2,500 लोगों ने हिस्सा लिया.
प्रयासों को धक्का
वामपंथी संगठन फार्क में अविश्वास शांति संधि पर जनमत संग्रह से पहले प्रचार अभियान के दौरान सामने आया. इस अभियान का नेतृत्व पूर्व कंजरवेटिव राष्ट्रपति अल्वारो ऊरीबे कर रहे थे. सारे उत्साह के बावजूद कोलंबियाई जनता के अल्प बहुमत ने शांति संधि को अस्वीकार कर दिया.
सांतोस को नोबेल पुरस्कार
कोलंबिया की जनता ने बहुमत से शांति संधि को भले ही नकार दिया हो, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने संधि के समर्थकों को पूरा समर्थन दिया. जनमत संग्रह में शांति संधि को अस्वीकार किए जाने के पांच दिन बाद ही सांतोस को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा हुई. पुरस्कार दिसंबर 2016 में दिया गया.
संसद में अनुमोदन
जनमत संग्रह में जनता के फैसले के बाद संसद के लिए उहापोह का माहौल था. संधि को बचाने की कोशिशें शुरू हुईं. शांति समझौते की मूल भाषा में कई परिवर्तनों के बाद 30 नवंबर 2016 को संसद ने फार्क के साथ हुए शांति समझौते का अनुमोदन कर दिया. अब सांतोस कामयाबी के माहौल में नोबेल पुरस्कार ले सकते थे.
विद्रोहियों का निरस्त्रीकरण
शांति समझौते के अनुसार फार्क के छापामारों ने तीन चरणों में अपने हथियार अधिकारियों को सौंप दिए. संयुक्त राष्ट्र के नियंत्रण में चले निरस्त्रीकरण प्रक्रिया के अंत में राष्ट्रपति सांतोस ने 27 जून 2017 को लिखा, "मेरे और सभी कोलंबियावासियों के लिए आज का दिन विशेष दिन है. यह वह दिन है जब हथियार की जगह शब्दों ने ली."
नया फार्क
हथियारों से वंचित भूतपूर्व विद्रोही संगठन फार्क ने खुद को राजनीतिक पार्टी बनाने और हिंसा का परित्याग करने का फैसला किया. 27 अगस्त 2017 को पार्टी सदस्यों ने इस बदलाव पर मुहर लगा दी. संगठन के संस्थापक रोडिग्रो लंदोनो पार्टी के अध्यक्ष चुने गए. खराब स्वास्थ्य के कारण वे राष्ट्रपति पद के लिए नहीं लड़े.
चुनावों में फार्क
विवाद की समाप्ति के बाद फार्क ने 11 मार्च को हुए संसदीय चुनावों में अपने उम्मीदवार खड़े किए. पार्टी को सिर्फ 50,000 वोट मिले, लेकिन संधि की गारंटी के तहत उसे सीनेट और निचले सदन में पांच पांच सीटें मिली. चुनाव में जीत पूर्व राष्ट्रपति ऊरीबे की कंजरवेटिव पार्टी की हुई.
राष्ट्रपति चुनाव
कोलंबिया के राष्ट्रपति का फैसला 17 जून 2018 को दूसरे चरण में होगा. पहले चरण में दक्षिणपंथी उम्मीदलार इवान डुक (दाएं) और वामपंथी गुस्तावो पेत्रो ने चोटी के दो स्थान हासिल किए. डुक को 39 प्रतिशत वोट मिले जबकि पूर्व गुरिल्ला पेत्रो ने 25 प्रतिशत समर्थन पाकर बहुत से लोगों को आश्चर्य में डाल दिया.