कोच्चि पर फैसला आज
२७ अक्टूबर २०१०हालांकि इस मामले में गावस्कर को शामिल किया जाना आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल का एक मुद्दा भी हो सकता है क्योंकि बुधवार को नागपुर में कोच्चि टीम के भविष्य पर उसकी बैठक होने वाली है.
कोच्चि टीम ने गावस्कर को सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया है. फ्रैंचाइजी का कहना है कि उन्होंने ऐसा तब किया जब गावस्कर को गवर्निंग काउंसिल से निकाला गया. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ल ने कहा कि बोर्ड को फ्रैंचाइजी के इस फैसले के बारे में कुछ भी पता नहीं था. "हमें कोच्चि आईपीएल के साथ गावस्कर के संबंधों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हमें कभी भी इस बारे में जानकारी नहीं दी गई. यह पहली बार है जब हमें यह बताया गया है. कल हम बैठक में इस पर चर्चा करेंगे."
हालांकि शुक्ल ने साफ किया कि फिलहाल बीसीसीआई या आईपीएल गवर्निंग काउंसिल नामी बल्लेबाज से किसी तरह की सफाई नहीं मांगेगी. गावस्कर को संचालक परिषद से भुगतान में गड़बड़ी के मामले पर निकाला गया था.
कोच्चि फ्रेंचाइजी से जुड़ा मुख्य मुद्दा यह है कि इसका कामकाज कौन देखेगा. फ्रेंचाइजी को एक समूह तैयार करके 33 करोड़ 30 लाख डॉलर में खरीदा गया था.
इसके निवेशकों में कॉर्पोरेट फर्म एंकर अर्थ, पारिणी डेवलपर्स, रोजी ब्लू और फिल्म वेव हैं, जिनके पास प्रतिभूति का 75 फीसदी हिस्सा है. बाकी 25 प्रतिशत गायकवाड़ परिवार के पास है.
बोर्ड ने कोच्चि फ्रैंचाइजी को 10 अक्तूबर को 10 दिन का समय दिया था कि वह आतंरिक मतभेदों को सुलझा ले. फ्रैंचाइजी ने 20 अक्तूबर को इस बाबत एक पत्र बीसीसीआई को भेजा.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः एम जी