कैमरे की दुनिया
कैमरे की अनोखी दुनिया है. कहीं छोटे से मोबाइल में कैमरे हैं तो कहीं लाखों के बड़े बड़े डिजिटल कैमरे.
हर कोई फोटोग्राफर
तस्वीरों की दुनिया सिमटती जा रही है. तस्वीर लेने के लिए पेशेवर फोटोग्राफर होना जरूरी नहीं. बच्चा हो या बड़ा, हर किसी के हाथ में कैमरा है और हर कोई फोटोग्राफर है.
स्टिल से फिल्मों तक
बड़े डीएसएलआर कैमरे महंगे होते हैं, लेकिन ये जिस तरह की तस्वीरें खीचते हैं वह मोबाइल के कैमरे नहीं कर सकते. कई फिल्म निर्माता भी अब इन्हीं से फिल्में बनाने लगे हैं.
सैलानियों की जरूरत
कहीं घूमने जाएं और यादों को संजोने के लिए कैमरा साथ ना हो, ऐसा तो कम ही होता है. कंपनियां भी विज्ञापनों के जरिए पर्यटकों को निशाना बनाती हैं.
छोटा कैमरा बड़ा लेंस
डिजिटल कैमरे में पेन्टैक्स का Q10 सबसे छोटा कैमरा है. यह केवल 10.2 सेंटीमीटर चौड़ा है और इसका वजन केवल 180 ग्राम है. हालांकि इस छोटे से कैमरे में बहुत बड़ा लेंस फिट हो जाता है.
स्माइल प्लीज
दुनिया भर में कैमरों में नई नई तकनीक से रूबरू करने के लिए मेले लगते हैं. दुनिया का सबसे बड़ा फोटो मेला फोटोकीना जर्मनी में सितंबर में होता है.
एंड एक्शन
शायद ही कोई व्यक्ति हो जिसने कैमरा खरीदा हो और सबसे पहले अपनी ही इस पोज में तस्वीर ना ली हो. एक अच्छा कैमरा निवेश जैसा होता, जिसमें पैसे के साथ साथ वक्त भी मिला होता है.
3डी कैमरा
जापान की फूजी फिल्म ने ऐसा कैमरा बनाया है जो 3डी तस्वीरें ले सकता है. इसके अंदर दो लेंस लगे हैं जो अलग अलग तस्वीरों को जोड़ कर 3डी चित्र दिखाते हैं.
चौकसी के लिए
बड़े शहरों में निगरानी के लिए जगह जगह सीसीटीवी कैमरा लगाए जाते हैं. ब्रिटेन इस मामले में सबसे आगे है. देश भर में कम से कम 20 लाख सीसीटीवी लगे हैं.
मेड इन जर्मनी
लाइका जर्मनी का बना कैमरा है. 100 साल पुरानी इस कंपनी का कैमरा रखना एक बड़ी बात माना जाता है. लाइका के सबसे महंगे डिजिटल कैमरे की कीमत 20,000 यूरो है.
फोन और टैबलेट
मोबाइल फोन और टैबलेट तस्वीरों से भरे रहते हैं. इंटरनेट के जरिए ये तस्वीरें कुछ सेकेंडों में ही पूरी दुनिया में फैल जाती हैं.