किससे डरते हैं जर्मन
वैसे तो जर्मनी के निवासी बहुत आशावादी हैं. और ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वह इतने आशावादी कभी नहीं थे. लेकिन फिर भी कुछ चीजें ऐसी हैं जिनसे जर्मन डरते हैं.
तलाक से बिलकुल डर नहीं
1992 से 'आर प्लस वी' नाम की एक बीमा कंपनी जर्मन लोगों के डर का सर्वे करती है. हर साल करीब ढाई हजार लोगों से सवाल पूछे जाते हैं. 2014 का सबसे रोचक नतीजा रहा कि जर्मन पारिवारिक खुशी की सबसे कम चिंता करते हैं.
खर्चा
जर्मन डर में सबसे पहला नंबर रहा जीवन स्तर का. 58 फीसदी जर्मन कार, बीयर, छुट्टियों और खाने पीने के सामान के महंगे होने से डरते हैं.
प्राकृतिक आपदा
चाहे बाढ़ हो, तूफान हो या फिर भूकंप, हर दूसरा जर्मन प्राकृतिक आपदा से डरता है. क्योंकि इस आपदा के लिए किसी तरह का बीमा नहीं होता.
बुढ़ापा
बढ़ती उम्र में बीमार हो कर बिस्तर पर पड़ने की चिंता आधे जर्मनों को सताती है. आश्चर्य भी नहीं है क्योंकि जर्मन जनसंख्या लगातार बूढ़ी हो रही है. रिटायर होने के बाद भी लोग कई साल जी रहे हैं.
बाहरी संकट
जर्मनी नई विदेश नीति पर बहस कर रहा है. संकटग्रस्त इलाकों में देश मौजूद रहना चाहता है. आतंकी हमलों का खतरा बढ़ रहा है. हालांकि 40 फीसदी से कम लोग आतंकी हमलों से डरते हैं.
जर्मन सेना और विदेश में लड़ाई
जर्मनी इराक के कुर्द लड़ाकों को हथियार भेज रहा है. फिर क्या आगे मध्यपूर्व में सैनिक भी भेजे जाएंगे, यह चिंता एक तिहाई जर्मनों को हो रही है.
पक्की नौकरी
जर्मनी की अर्थव्यवस्था कई साल से संकट में है. महंगाई कम है और कीमतें भीं लेकिन बेरोजगारों का आंकड़ा 6.7 फीसदी का है. सर्वे में शामिल 33 फीसदी लोगों को नौकरी चले जाने का डर है.
चोरी!
घरों में, कारों की चोरी या फिर ट्रेन स्टेशन और स्टेडियम में हिंसा. ये भी डर का कारण है. हालांकि सर्वे में शामिल एक चौथाई ही इन सबसे भय खाते हैं.