ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड पर भड़के कैटिच
१० जून २०११35 साल के कैटिच का कहना है कि वह न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेलना जारी रखेंगे लेकिन अब जब उन्हें कांट्रैक्ट नहीं दिया गया है तो यह लगभग साफ होता जा रहा है कि उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खत्म हो चला है.
उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लगभग लताड़ते हुए कहा, "मैं बहुत हताश हो गया हूं और इस फैसले को लेकर बेहद दुखी हूं. मैं यह भी बता देना चाहता हूं कि पिछले दो साल की नीतियों की वजह से जो कुछ हो रहा है, उसका भुक्तभोगी मैं अकेला खिलाड़ी नहीं हूं. मुझे लगता है कि यह फैसला पागलपन है."
कैटिच ने पिछले दो साल के दौरान ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और कांट्रैक्ट लिस्ट से निकाले जाने के बाद वहां के पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट पंडितों ने बोर्ड पर दबाव बना दिया है. इससे मुख्य चयनकर्ता एंड्रयू हिलडिच भी दबाव में आ गए हैं. हिलडिच का कहना है कि कैटिच को निकाला गया है, ताकि अगली ऐशेज सीरीज के लिए नए सलामी बल्लेबाजों को तलाशा जा सके. कैटिच ने 56 टेस्ट मैचों में 45 की औसत से रन बनाए हैं.
कैटिच का कहना है, "उनका कहना है कि वह 2013 की सीरीज के लिए सलामी बल्लेबाज तैयार कर रहे हैं. इस बात पर यकीन करना आसान नहीं है."
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख जेम्स सदरलैंड का कहना है कि कैटिच एक बेमिसाल क्रिकेटर हैं, जो अभी भी टीम को बहुत कुछ दे सकते हैं. हालांकि उन्होंने चयनकर्ताओं का भी पूरा समर्थन किया. उन्होंने कहा, "मुझे समझ आ रही है कि वह इस फैसले से बेहद निराश हैं और मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं लेकिन मैं चयनकर्ताओं की आलोचना का विरोध करता हूं."
चयनकर्ताओं पर बरसे
कैटिच का कहना है कि चयनकर्ताओं ने हाल के दिनों में खराब चयन किए हैं, जिसकी वजह से इंग्लैंड उनकी जमीन पर ऐशेज सीरीज जीत पाने में सफल रहा. इंग्लैंड ने 24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया है. कैटिच ने कहा, "सच तो यह है कि ऐशेज शुरू होने के एक या दो हफ्ते पहले ही टीम का एलान किया गया. मैं कहता हूं कि अगर आपको सबसे बड़ी सीरीज से एक हफ्ते पहले तक यह नहीं पता है कि आपके सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ी कौन से हैं, तो आपके पास निर्णय लेने की क्षमता नहीं है. पिछले तीन सालों में हमारी टीम में 10 से 11 स्पिनर शामिल किए गए. यह भी साबित करता है कि फैसले लेने में कितनी मुश्किल हो रही है."
कैटिच का कहना है कि बहुत सारे लड़कों को टीम में चुने जाने की आशा बनती है लेकिन किसी की जगह सुरक्षित भी नहीं है और इसके मुकाबले में इंग्लैंड ने बहुत अच्छी तैयारी की है.
मीडिया में ऐसी भी खबरें हैं कि कैटिच का कप्तान माइकल क्लार्क के साथ ड्रेसिंग रूम में झगड़ा हो गया, जिसके बाद उन्हें कांट्रैक्ट गंवाना पड़ा. जबकि उनसे सीनियर खिलाड़ी पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और माइक हसी को टीम में रखा गया है. पोंटिंग और हसी दोनों 36 साल के हैं. हालांकि कैटिच का कहना है कि यह घटना दो साल पुरानी है और वह दोनों पेशेवर खिलाड़ी हैं और ऐसी घटनाओं से निपटना जानते हैं.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः आभा एम