ऑनर किलिंग से देश की बदनामी हुईः चिदंबरम
१ अगस्त २०१०स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के दिग्गज दलित नेता पी कक्कन की जन्मशति के मौके पर चिदंबरम ने मदुरै में कहा, "'ऑनर किलिंग के मामलों से देश की छवि को बेहद नुकसान पहुंचा है. कुछ जगहों पर मां बाप ने अपने बच्चों को स्कूल से हटा लिया क्योंकि मिड डे मील कोई दलित पका रहा है. भारत में ऐसे नौ फीसदी की विकास दर या 300 अरब डॉलर के विदेशी एक्सचेंज का क्या फायदा, अगर हम आज भी छूआछूत जैसे मामलों से नहीं उबर पाए हैं."
चिदंबरम का कहना है कि अगर सामाजिक बुराइयों पर काबू पाया जा सके तभी भारत का समुचित विकास हो सकता है.
हाल के दिनों में ऑनर किलिंग के कई मामले सामने आए हैं. इनमें किसी दूसरी जाति में शादी करने पर परिवार वाले ही अपने बेटे या बेटी की हत्या कर देते हैं. इस तरह के मामले कोई नए नहीं हैं लेकिन इनकी रिपोर्टिंग इन दिनों ज्यादा होने लगी है. इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने के बाद भारत के कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने इसके लिए कानून बनाने की बात कही है.
भारत में सम्मान के लिए हत्या के मामलों का कोई आंकड़ा नहीं है लेकिन अनुमान लगाया जाता है कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हर साल तकरीबन 900 लोगों की हत्या ऑनर किलिंग के नाम पर कर दी जाती है. इस सामाजिक बुराई पर जागरूकता फैलाने के लिए बॉलीवुड में कई फिल्में भी बन रही हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार