1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

एयर इंडिया के 800 पायलट हड़ताल पर

२७ अप्रैल २०११

एयर इंडिया के 800 पायलट हड़ताल पर गए. पालयट समान वेतन और काम की बेहतर परिस्थितियों की मांग कर रहे हैं. खस्ताहाल हो चुकी एयर इंडिया आए दिन हड़तालों और घाटे की खबरों से सुर्खियों में रहती है.

https://p.dw.com/p/114QL
तस्वीर: picture alliance/dpa

इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) के महासचिव रिषभ कपूर ने मंगलवार रात से पायलटों की हड़ताल का एलान किया. कपूर के मुताबिक मैनेजमेंट और मुख्य श्रम आयुक्त के साथ बातचीत नाकाम होने के बाद करीब 800 पायलट हड़ताल पर जा रहे हैं. बातचीत कई हफ्तों से हो रही थी.

एसोसिएशन की मांग है कि पूर्व इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को भी एयर इंडिया के पायलटों के बराबर तनख्वाह दी जाए. इंडियन एयरलाइंस का इसी साल 27 फरवरी को एयर इंडिया में विलय हुआ. तर्क है कि जब विलय के बाद कंपनी एक हो चुकी है तो वेतन भी एक होना चाहिए. पायलटों का आरोप है कि छठे वेतन आयोग को लागू करने के लिए 2009 में हुए समझौते का उल्लंघन किया जा रहा है. मैनेजमेंट से काम के बेहतर माहौल की मांग भी की जा रही है.

हड़ताल के बाद सिर्फ 400 पायलट ही कॉकपिट में जाएंगे. इंटरनेशनल फ्लाइट चलाने वाले 400 पायलट इंडियन पायलट गाइड (आईपीजी) के अंतर्गत आते हैं. आईपीजी के पायलटों को निर्धारित वेतन और कई अन्य तरह की सुविधाएं मिलती हैं. लेकिन पूर्व इंडियन एयरलाइंस के पायलटों का वेतन उड़ान के घंटों पर आधारित रहता है.

इससे पहले इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन नेपाल की राजधानी काठमांडू की उड़ान भरने से इनकार कर चुका है. एसोसिएशन का कहना है कि काठमांडू एयरपोर्ट पर नई लैंडिंग नियमावली लागू हुई है, जिसके लिए उन्हें ट्रेनिंग दी जानी चाहिए. भारत की सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया खस्ताहाल है. सरकार से आर्थिक पैकेज मिलने के बावजूद वह मुनाफे और यात्रियों को संतुष्ट करने की उड़ान नहीं भर पा रही है. पायलट आरोप लगाते हैं कि प्रबंधन की नीतियों की वजह से एयर इंडिया की यह हालत हुई है.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें