एफिल टावर मेड इन चाइना
"मेड इन चाइना" लेबल आपको कई चीजों में मिल जाएगा. चीन रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी चीजों से लेकर बड़ी बड़ी चीजें बना रहा है. साथ ही उसने दुनिया के मशहूर पर्यटन स्थलों की भी नकल कर अपने यहां तैयार कर ली है.
चीन में एफिल टावर
एफिल टॉवर को देख कर आपको भी लग रहा होगा कि यह तस्वीर तो फ्रांस की राजधानी पेरिस की होगी. लेकिन जरा साइनबोर्ड भी देख लीजिए. यह पूर्वी चीन का शहर हांगचोऊ है.
पिरामिड
गीजा के पिरामिड देखने के लिए हर साल लाखों लोग मिस्र जाते हैं. हूबहू ऐसे ही पिरामिड चीन के हुबेई प्रांत में तैयार किए गए हैं. यानी चीन में जाकर भी पिरामिड देखने का सपना साकार कर सकते हैं.
ये लूव्रे नहीं है
जो लोग पेरिस गए हैं, वह झट से कहेंगे कि यह फोटो लूव्रे म्जूजियम की है. लेकिन चीनी-अमेरिकी आर्किटेक्ट आईएम पेई ने दक्षिणी चीन के शेनचेन में लोगों को लूव्रे का अहसास करा दिया है.
ग्रीक पार्थेनन
प्राचीन ग्रीक मंदिर पार्थेनन की रेप्लिका भी आप चीन में देख सकते हैं. इसे गांसु प्रांत के चानचोऊ में बनाया गया है. यह शहर में बने पर्यटन और सांस्कृतिक पार्क का हिस्सा है.
नकली गांव
कोई एक इमारत या स्थल ही नहीं, बल्कि चीन के गुआंगडोंग प्रांत में तो ऑस्ट्रिया के एक गांव की हूबहू नकल पेश कर दी गई है. यह ऑस्ट्रिया के हालस्टाट का रेप्लिका है, जिसे विश्व विरासत घोषित किया है.
कैपिटल हिल
कैपिटल हिल यूं तो अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में है, जहां अमेरिकी संसद बैठती है. लेकिन चीनी प्रांत गुआंगदोंग में तैयार की गई इसकी रेप्लिका भी कुछ कम नहीं है. काफी लोग यहां आकर फोटो खिंचाते हैं.
लंदन ब्रिज
लंदन ब्रिज अगर देखना है तो आपको लंदन जाना पड़ेगा. या फिर आप चीन के सुचोऊ शहर में भी जा सकते हैं. फर्क बस इतना है कि लंदन में असली ब्रिज है जबकि सुचोऊ में इसका रेप्लिका है.
चीनी व्हाइट हाउस
चीन में अमेरिकी राष्ट्रपति के दफ्तर और निवास व्हाइट हाउस का रेप्लिका भी मौजूद है. यह व्हाइट हाउस एक अमेरिकी रियल स्टेट कंपनी का दफ्तर है. यहां बहुत से लोग घूमने भी आते हैं.