सुई चुभाने वाली नर्स को सजा
२० मई २०१४64 साल की रोजमैरी नामुबिरु को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था. इस गिरफ्तारी से दो तरह के मत सामने आए. जहां अखबारों ने रोजमैरी को "हत्यारी नर्स" बताकर हेडलाइन बनाया, तो वहीं एड्स कार्यकर्ता का कहना है कि नर्स दोषारोपण के बढ़ते मामले की पीड़ित है.
शुरुआत में नर्स पर हत्या की कोशिश का आरोप लगा, आखिरकार वह पेशेवर लापरवाही की दोषी पाई गई. यूगांडा के कानून के मुताबिक जानबूझकर ऐसा काम करना, जिससे संक्रामक रोग फैलता है, वह अपराध है.
दोषी नर्स की समर्थक और यूगांडा में एड्स पीड़ितों के लिए संस्था चलाने वाली स्टेला केंटूट्सी के मुताबिक, "वह बच्चे में सुई और ट्यूब लगाने की कोशिश कर रही थी लेकिन बच्चा बहुत हिल रहा था. इस दौरान सुई नर्स को चुभ गई. जब बच्चा शांत हुआ तो उसने उसी सुई को बच्चे को लगा दिया." उन्होंने साथ ही मीडिया द्वारा गलत प्रचार और मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने की निंदा की.
मेडिकल टेस्ट में बच्चा एचआईवी पॉजिटिव नहीं पाया गया है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कहना जल्दबाजी होगा. हाल ही में यूगांडा की संसद ने एक ऐसा कानून पास किया है जिसके मुताबिक एचआईवी रोग का जानबूझकर प्रसार करने वालों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जा सकती है. सांसदों की दलील है कि इस कदम से एचआईवी रोग के प्रसार पर रोक लगेगी.
हालांकि अधिकार समूहों का कहना है कि नया कानून एचआईवी पीड़ितों को ही जिम्मेदार ठहराता है और इस वजह से लोग एचआईवी टेस्ट करवाने से कतराएंगे.
यूगांडा में साल 2011 में संक्रमण दर बढ़कर 7.3 फीसदी हो गई है जो कि साल 2004-05 में 6.4 फीसदी थी. देश में तेजी से बढ़ते मामले को रोकने के लिए ही सरकार ने नया कानून पास किया है. ऐसा तब है जब यूगांडा ने 80 और 90 के दशक में एड्स के खिलाफ खूब लड़ाई लड़ी है. राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी अफ्रीका के पहले नेताओं में थे जिन्होंने एड्स के बारे में खुल कर बात करना शुरू किया.
एए/आईबी (एफपी)