इतिहास में आज: दो सितंबर
१ सितम्बर २०१४विज्ञापन
इस खून की तहकीकात में पुलिस और जासूस सब लगे हुए थे. पुलिस को इस साल की शुरूआत में ही एक व्यक्ति का रिकार्ड किया हुआ एक संदेश मिला था. इस टेप में कहा गया था कि वह रिपर है और वह सितंबर या अक्टूबर के महीने में फिर हमला करेगा. इसके बाद से ही पुलिस काफी दबाव में थी कि किस तरह से रिपर को एक और हमला करने से रोका जाए. 1980 में जब रिपर पुलिस की गिरफ्त में आया तब पता चला कि वह टेप रिकॉर्डिंग झूठी थी.
हत्याओं का यह सिलसिला 1975 में ही शुरु हो गया था. 5 जनवरी, 1981 को पीटर सटक्लिफ नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. उस पर मुकदमा चला और उसे 13 महिलाओं की हत्या का दोषी करार दिया गया. रिपर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.