आने वाले खतरे की निशानी है यह अंधेरा
रात भर चकमने वाले कुछ स्मारक अलग अलग देशों की शान हैं. लेकिन साल में एक दिन ऐसा आता है जब यह रोशनी गुम कर दी जाती है और अंधेरा उन्हें घेर लेता है. इसके पीछे बड़ा गहरा संदेश है.
नई दिल्ली
द्वितीय विश्वयुद्ध में मारे गए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया इंडिया गेट 24 मार्च की रात वीरान सा हो गया. अर्थ ऑवर के मौके पर 190 देशों के 7,000 शहरों में इसी अंदाज में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया.
सिडनी
11वें अर्थ ऑवर के मौके पर सिडनी का मशहूर ओपरा हाउस और हार्बर ब्रिज भी गुम सा हो गया. आम तौर पर पानी के किनारे कमल की तरह दिखने वाला ओपरा हाउस इस दौरान जलवायु परिवर्तन के खतरे के प्रति आगाह कर रहा है.
हांग कांग
घने अंधेरे में हांग कांग का विक्टोरिया हार्बर. 2018 के अर्थ ऑवर की थीम जैव विविधता पर जलवायु परिवर्तन का असर थी. जलवायु परिवर्तन की वजह से कई पौधे और जीव जन्तु खत्म हो रहे हैं.
कुआलालम्पुर
विश्व की सबसे ऊंची इमारतों में शुमार कुलालालम्पुर के पेट्रोनस टावर ने भी इस दौरान खुद को छुपा लिया. 452 मीटर ऊंची यह इमारत लगातर बढ़ते तापमान के प्रति चेतावनी दे रही थी.
मॉस्को
वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर या वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा आयोजित किए जाने वाले अर्थ ऑवर के दौरान रूस की राजधानी मॉस्को का नजारा.
एथेंस
पृथ्वी पर सिकंदर के ग्रीक साम्राज्य के अंश आज भी मौजूद हैं और रोमनों के भी. लेकिन तब से अब तक समय बहुत बदल चुका है और पृथ्वी की सेहत खराब ही हुई है.
बर्लिन
जर्मन राजधानी की पहचान कहे जाने वाले ब्रांडेनबुर्ग गेट ने भी पर्यावरण की खातिर अपना रोशनी भरा मेकअप उतार दिया. इस दौरान बर्लिन का सबसे ऊंचा ढांचा एलेक्स टीवी टावर भी नहीं दिखाई पड़ा.