1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

आकर्षण का केंद्र बने युवराज सिंह

१० मार्च २०११

विश्व कप में लगातार तीसरी हाफ सेंचुरी के बाद जाहिर है युवराज सिंह आसमान पर हैं. लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहना युवी को भी बहुत पसंद आ रहा है.

https://p.dw.com/p/10WjU
तस्वीर: AP

भारत और नीदरलैंड्स के बीच मैच में भारत की टीम पांच विकट से जीत गई. सात अंकों के साथ टीम अब ग्रुप बी की अंक तालिका में पहले स्थान पर है.

आल राउंडर युवी ने आयरलैंड के खिलाफ मैच में पांच विकट भी लिए और 50 रन भी बनाए. कहते हैं, "पिछले साल मैं चोटों से परेशान था. मैं कभी टीम के बाहर था तो कभी अंदर. इसलिए मैं खुश हूं कि मैं अच्छे फॉर्म में हूं. मेरा काम है जिम्मेदार होकर मध्य श्रेणी में बल्लेबाजी करना और टीम के साथ अंत तक रहना." नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में युवी ने दो विकट लिए. कहते हैं कि इस तरह की स्थिति में आप दबाव में रहते हैं लेकिन आपकी आंखे गेंद पर चिपकी रहती हैं और आप एक साझेदारी बनाने की कोशिश करते हैं.

Flash-Galerie Cricket WM 2011 Mahender Singh Dhoni
धोनी खुशतस्वीर: AP

बल्लेबाजों से खुश हैं धोनी

टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी माना है कि उनकी टीम को जीत के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी क्योंकि बल्लेबाजी करते हुए टीम ने चार विकट खो कर केवल 99 रन बनाए थे. हालांकि उन्होंने शुरुआती बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की तारीफ की जिन्होंने 39 और 27 रन बनाए. तेंदुलकर इस स्कोर के साथ विश्व कप मैचों में 2,000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं. धोनी ने कहा, "सहवाग और तेंदुलकर हमारे बेहतरीन बल्लेबाज हैं. हम शुरुआत पर बहुत निर्भर रहते हैं. हमें कुछ चीजों पर काम करना होगा, जैसे कि पावरबॉल ओवरों में. बाद के आवरों में आने वाले बल्लेबाजों पर मैदान में आ कर खेल खत्म करने का दबाव नहीं होना चाहिए." धोनी पियुष चावला की गेंदबाजी से भी काफी खुश नजर आए.

नीदरलैंड्स का अच्छा प्रदर्शन

उधर नीदरलैंड्स के कप्तान पीटर बोरेन की टीम को चारों मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. लेकिन उनका मानना है कि आयरलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ मैचों में उन्हें अंक हासिल करने का मौका मिल सकता है. नीदरलैंड्स की टीम के गेंदबाज पीटर सेलार ने शुरुआत में ही भारत के तीन विकट गिरा दिए थे और कप्तान बोरेन इस प्रदर्शन से काफी खुश हैं. कहते हैं कि इस मैच में अगर उनकी टीम भारत के कुछ विकट और गिरा देती तो शायद वे खेल जीत जाते.

रिपोर्टः एएफपी/एमजी

संपादनः ईशा भाटिया

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी