आईपीएल-3 से मिला 400 करोड़ का टीडीएस
४ मई २०१०मुंबई में आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''आईपीएल के तीसरे संस्करण से मिला टीडीएस 400 करोड़ रुपये की तरफ़ बढ़ रहा है.'' इनकम टैक्स को यह रक़म खिलाड़ियों, अंपायरों, कोचों, कमेंटेटरों को दिए गए वेतन के अलावा विदेशों में प्रचार अधिकार के भुगतान के स्त्रोत पर कटौती से मिली है. यानी जब इन लोगों या संस्थाओं को पैसा दिया जा रहा था, उसी वक्त उस पर टैक्स चुका दिया गया.
इससे आईपीएल की मुश्किलें कुछ कम ज़रूर होंगी. वैसे फ़िलहाल इनकम टैक्स विभाग देश भर में फैली आईपीएल फ्रैंचाइज़ी के टीडीएस के आंकड़े जमा कर रहा है. आईटी विभाग का कहना है कि 'फाइनल फिगर' ली जा रही है. विभाग इस बात की भी तफ़्तीश कर रहा है कि आईपीएल में कहां से, किसने, कितना पैसा लगाया. इस बारे में कई अहम जानकारियां अब तक उसे आईपीएल या बीसीसीआई से नहीं मिल सकी हैं. इनमें प्रसारण अधिकार बेचे जाने, नीलामी प्रकिया में हिस्सा लेने वालों की वित्तीय जानकारियां भी शामिल हैं.
धांधली के आरोप में आईपीएल टीमों के कई मालिकों के यहां छापे भी पड़ रहे हैं. शाहरुख़ खान की हिस्सेदारी वाली टीम कोलकाता नाइटराइडर्स और प्रीति जिंटा-जय मेहता की किंग्स इलेवन पंजाब शक़ के घेरे में हैं. इन टीमों के मैनेजमेंट पर कंपनी अधिनियम के उल्लंघन के आरोप भी लग रहे हैं.
आईपीएल का विवाद ललित मोदी के ट्विट (सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखी जाने वाली टिप्पणी) से शुरू हुआ. मोदी ने कोच्चि टीम से विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर को जोड़ दिया. इसके चलते थरूर को इस्तीफ़ा देना पड़ा, इनकम टैक्स विभाग ने पूरे आईपीएल की जांच शुरू कर दी और ललित मोदी को भी आईपीएल अध्यक्ष के पद से निलंबित कर दिया गया.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़