आईएसआई के नए प्रमुख रिजवान अख्तर
२२ सितम्बर २०१४सिंध से पहले वह दक्षिण वजीरिस्तान में तैनात थे और उन्हें आतंकवादरोधी मसलों का जानकार माना जाता है. आने वाले दिनों में पता चलेगा कि अख्तर की नियुक्ति से पाकिस्तान में चल रहे गतिरोध और सरकार और सेना के बीच संबंधों पर क्या असर पड़ेगा.
अख्तर 1982 में सेना में भर्ती हुए. उन्होंने क्वेटा के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज और इस्लामाबाद की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है. इससे पहले वह दक्षिणी प्रांत सिंध में अर्धसैनिक रेंजर्स के प्रमुख थे और कराची में तालिबान उग्रवादियों के खिलाफ अहम ऑपरेशन का नेतृत्व किया था. इस अभियान से अपराध तो कम हुआ लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसकी बड़ी आलोचना की. उनका कहना था कि इस अभियान के दौरान काफी अत्याचार किए गए.
पाकिस्तान में इंटर सर्विस इंटेलिजेंस आईएसआई की अहम जगह है. इसके हाथ में घरेलू नीतियों, आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की और पाकिस्तान के विदेश नीति की डोर रहती है. वैसे तो आधिकारिक तौर पर आईएसआई प्रमुख प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं लेकिन असल में उनका नियंत्रण पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल, यानी राहिल शरीफ के हाथ में है.
इस पद से पहले अख्तर ने इस्लामिक उग्रवादियों और आपराधिक गैंग के खिलाफ कराची में कार्रवाई की थी.
रिजवान अख्तर की नियुक्त एक ऐसे वक्त में आई है जब प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. पिछले कई हफ्तों से विपक्षी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ और मुल्लाह कादरी के समर्थक शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
रॉयटर्स समाचार एजेंसी के मुताबिक कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले आईएसआई प्रमुख जनरल जहीर उल इस्लाम नवाज शरीफ को पद से हटाने का समर्थन कर रहे थे.
एएम/एमजी (एएफपी, रॉयटर्स)