अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन रूस दौरे पर
१८ मार्च २०१०मध्य पूर्व शांति प्रक्रिया पर बैठक से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन मॉस्को पहुंच रही हैं जहां रूसी विदेश मंत्री लावरोफ़ से उनकी बात होगी. रूसी विदेश मंत्री ने संधि के सिलसिले में प्रगति का विवरण देते हुए कहा कि सहमति के मुद्दों को संधि की भाषा में रूप देना पड़ेगा और मसौदे का संपादन करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि मूल संधि के बीस पृष्ठ होंगे, जबकि उसके साथ का प्रोटोकोल काफ़ी बड़ा होगा जिसमें विस्तार से जानकारी दी जाएगी. लावरोफ़ ने यूक्रेन के विदेश मंत्री कोंस्तांतीन ग्रीशेंको से मुलाकात की है. उन्होंने यूक्रेन के नए नेतृ्त्व के इस प्रस्ताव का स्वागत किया कि यूक्रेन की राजधानी कीएव में रूसी अमेरिकी संधि पर हस्ताक्षर किए जाएं.
उन्होंने कहा कि कीएव में संधि पर हस्ताक्षर करने में उन्हें बेहद ख़ुशी होगी लेकिन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों को इस सिलसिले में निर्णय लेना है. ज्ञातव्य है कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले सालों के दौरान काफ़ी तनाव रहे हैं, लेकिन नए राष्ट्रपति विक्टोर यानुकोविच ने रूस के साथ संबंधों को सुधारने का बीड़ा उठाया है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ के हवाले से रूसी समाचार एजेंसियों ने ख़बर दी है कि मार्च के अंत या अप्रैल के आरंभ तक परमाणु अस्त्रों में कमी का एक समझौता हस्ताक्षर के लिए तैयार हो जाएगा. कहा गया है कि स्टार्ट-1 का स्थान लेने वाली इस संधि के मसौदे में अब कुछ तकनीकी बारीकियों पर बातचीत बाक़ी रह गई है.
लेकिन रूसी संसद के रुख़ की वजह से इसके भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग गया था. वहां धमकी दी गई थी कि अगर अमेरिका पूर्वी यूरोप में अपनी मिसाइलरोधी परियोजना पर अड़ा रहता है तो फिर इस संधि में रोड़े अटकाए जाएंगे. विदेश मंत्री लावरोफ़ ने कहा कि इसकी वजह से संधि की पुष्टि में कोई अड़चन नहीं आने वाली है. उनका कहना है कि इस संधि से अमेरिकी परियोजना अलग नहीं रखी जाएगी. चिंता का कोई कारण नहीं है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उ भ
संपादन: एस गौड़