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अमेरिकी रूस रिश्ते सुधरने के संकेत

९ फ़रवरी २००९

रूस और अमेरिका के रिश्तों की बर्फ़ पिघलने की उम्मीद जगी है. आपसी साझीदारी की अमेरिकी पहल के बाद रूस ने इसका स्वागत किया और कहा कि दोनों देशों के रिश्ते बेहतर हो सकते हैं.

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म्यूनिक में जमा हुए दुनिया भर के देशतस्वीर: AP

जर्मन शहर म्यूनिख के सुरक्षा सम्मेलन में अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाइडन जब रूस के उप प्रधानमंत्री सर्गेई इवानोव से मिले तो माहौल किसी शीत युद्ध का नहीं, गर्मजोशी का था. अमेरिका में नई सरकार बनने के बाद दोनों देशों के बीच इतने बड़े स्तर पर पहली बातचीत हुई और कामयाब भी. इवानोव ने कहा कि अमेरिका ने बदलाव के बड़े स्पष्ट संकेत दिए हैं और यह भी साफ़ है कि वह मिल कर काम करना चाहता है. हालांकि उन्होंने आगे के रास्ते पर बहुत संभल कर बयान दिया और कहा कि इसका मतलब यह नहीं कि हम दोनों सभी मुद्दों पर एकराय रखते हैं. यह बात हम दोनों ही देश समझते हैं.

Sicherheitskonferenz München Joe Biden
बाइडन इवानोव की मुलाक़ाततस्वीर: AP

इससे पहले अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि रूस के साथ ख़तरनाक होती दरार पाटने का वक्त आ गया है. बाइडन ने कहा कि वह नई अमेरिकी विदेश नीति के साथ म्यूनिख आए हैं.

हाल के दिनों में रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़े हैं. अमेरिका यूरोप में मिसाइल सुरक्षा कवच लगाना चाहता है, जिसका रूस विरोध करता है. वह नाटो के सदस्य देशों की संख्या बढ़ाने का भी विरोध करता है. हाल ही में रूस के पड़ोसी देश जॉर्जिया और यूक्रेन को नाटो में शामिल करने की पहल की गई. दूसरी तरफ़ सर्बिया, कोसोवो और जॉर्जिया विवाद जैसे मुद्दों पर रूस के रुख़ से अमेरिका ख़फ़ा रहता है. पिछले साल जॉर्जिया संकट के वक्त दोनों देशों में तनाव बहुत बढ़ गया. अबख़ासिया और दक्षिण ओसेतिया को मान्यता देकर रूस ने पश्चिमी देशों से भारी बैर मोल लिया था. लेकिन समझा जाता है कि अब तमाम मुद्दों पर बातचीत की खिड़की खुल सकती है. ईरान के मसले पर इवानोव ने अमेरिकी पहल का स्वागत किया और कहा कि इसका राजनीतिक समाधान किया जाना चाहिए.

साल भर के अंदर अमेरिका और रूस में सत्ता परिवर्तन हुआ है और दुनिया के दो सबसे ताक़तवर मुल्कों की ताक़त 50 साल से कम उम्र वाले नेताओं यानी बराक ओबामा और डिमिट्री मेदवेदेव के हाथों में आ गई है. जानकारों का मानना है कि दोनों एक हाथ बढ़ा रहे हैं तो दूसरे से उसकी ताक़त आज़माने की कोशिश कर रहे हैं.