अमेरिकी उपराष्ट्रपति का कोसोवो में भव्य स्वागत
२२ मई २००९सर्बिया का हिस्सा रह चुके कोसोवो की स्वतंत्रता का अमेरिका ने समर्थन किया था. हालांकि कोसोवो की आज़ादी का मुद्दा अभी भी विवादों में घिरा है. प्रिस्टीना में कोसोवो की संसद को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए कोसोवो की आज़ादी ही एकमात्र रास्ता था. उपराष्ट्रपति बाइडन ने जब कहा कि आपकी आज़ादी को कोई नहीं छीन सकता तो कोसोवो की संसद तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी.
उन्होंने भरोसा दिलाया है कि कोसोवो की आज़ादी का मुद्दा अमेरिकी प्रशासन की प्राथमिकताओं में है. जो बाइडन ने कहा,"मैं कहना चाहता हूं कि कोसोवो को एक देश के रूप में जो मान्यता दी गई है उसे वापस नहीं लिया जाएगा. जहां तक अमेरिकी नीति की बात है तो संयुक्त कोसोवो हमारी प्राथमिकता है."
इससे पहले जब जो बाइडन कोसोवो पहुंचे तो लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया और उनके काफ़िले के रास्ते में बड़े बड़े बैनरों पर लिखा था, हम आपका स्वागत और धन्यवाद करते हैं. जो बाइडन कोसोवो आने से पहले बोस्निया और सर्बिया का दौरा भी कर चुके हैं.
अल्बानियाई समुदाय की बहुलता वाला कोसोवो पहले सर्बिया का हिस्सा था लेकिन पिछले साल फ़रवरी में उसने स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी. अमेरिका में कोसोवो की आज़ादी का समर्थन करने वाले लोगों में जो बाइडन का स्वर मुखर था. कोसोवो की आज़ादी की घोषणा के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ के अधिकतर देशों ने कोसोवो को मान्यता दे दी थी लेकिन रूस और सर्बिया ने इससे इनकार कर दिया था. 60 देश अब कोसोवो को मान्यता देते हैं.
सर्बिया के नेताओं से मुलाक़ात के दौरान जो बाइडन ने स्पष्ट कर दिया था कि अमेरिका अपेक्षा नहीं करता कि सर्बिया कोसोवो को मान्यता दे. 1999 में नाटो देशों की सर्बिया पर बमबारी में अमेरिकी युद्धक विमानों ने भी हिस्सा लिया था. उस दौरान कोसोवो में अलगाववादी अल्बानियाई विद्रोही संगठनों के ख़िलाफ़ सर्बिया की सेना कड़ी कार्रवाई कर रही थी. कोसोवो के बाद बाइडन लेबनान के लिए रवाना होने वाले हैं जहां चुनाव से दो हफ़्ते पहले वह लेबनान को सैन्य मदद के मुद्दे पर एक घोषणा कर सकते हैं.
रिपोर्ट - एजेंसियां
संपादन - एस गौड़