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अमेरिकी इस्राएली दोस्ती पर भारी यहूदी बस्तियां

२५ मार्च २०१०

रिश्तों में तनाव को दूर करने इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू अमेरिका गए हैं. पर तनाव की मुख्य वजह अपनी जगह पर कायम है. अमेरिका ने अब यरुशलम में बीस घरों ने निर्माण की मंजूरी पर सफाई मांगी है.

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अमेरिकी उप राष्ट्रपति जो बाइडनतस्वीर: AP

मंगलवार को जब नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिल रहे थे, तो उसी वक्त पूर्वी यरुशलम में 20 घर बनाने की योजना के बारे में ख़बर मिली. अब व्हाइट हाउस ने इस बारे में इस्राएल से सफाई मांगी है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने कहा है कि व्हाइट हाउस के सलाहकारों ने इस मामले पर टिप्पणी करने से पहले इस्राएल से ही इस बारे में जवाब मांगा है.

अमेरिका मध्यपूर्व शांति वार्ता की बहाली के लिए जी जान से जुटा है लेकिन इस्राएल की तरफ से पूर्वी यरुशलम में यहूदी बस्तियों के निर्माण की योजना उसके किए धरे पर पानी फेर रही है. यहूदी हितों के लिए काम करने वाली एक संस्था के निदेशक जेर्मी बेनामी कहते हैं कि इस्राएल ने अमेरिका की अनदेखी की है. उनके मुताबिक, "तेल अवीव और यरुशलम में जो हुआ, वह अमेरिका के मुंह पर तमाचा है. इससे अमेरिका को सजग भी हो गया है."

अमेरिका और इस्राएल के बीच ऐतिहासिक रिश्ते रहे हैं, लेकिन पिछले दिनों अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बाइडन के मध्यपूर्व दौरे के दौरान ही जब इस्राएल ने पूर्वी यरुशलम में 1,600 नए घर बनाने की योजना की घोषणा की तो अमेरिका ने इसे अपना अपमान बताया. रिश्तों को बिगड़ता देख नेतन्याहू ने इस घोषणा पर अफसोस तो जताया लेकिन निर्माण रोकने का कोई संकेत नहीं दिया. अमेरिकी कांग्रेस में दिए अपने संबोधन में भी उनका यही रुख रहा.

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पूर्वी यरुशलम का एक नजारातस्वीर: AP

वैसे अमेरिका ने बार बार कहा है कि वह इस्राएल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. जेर्मी बेनामी मानते हैं कि अगर इस्राएल पर कोई आंच आती है तो अमेरिकी हित भी प्रभावित होंगे. वह कहते हैं, "अगर तनाव बढ़ जाता है और लड़ाई शुरू हो जाती है तो इसका अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी गहरा असर पड़ेगा."

बुधवार को नेतन्याहू ने मध्यपूर्व के लिए अमेरिकी दूत जॉर्ज मिचेल के अलावा विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से भी मुलाकात की. क्लिंटन जल्द से जल्द मध्यपूर्व शांति वार्ता की बहाली चाहती हैं. उधर यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी कैथरीन एशटॉन ने यरुशलम में शेफर्ड होटल के आसपास निर्माण के लिए दी गई इस्राएली मंजूरी की निंदा की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़