1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत-चीन गतिरोध: अमेरिकी संसदीय समिति ने लिया संज्ञान

चारु कार्तिकेय
२ जून २०२०

अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की समीति ने कहा है कि वो भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक रवैये को लेकर बहुत चिंतित है और वो चीन से बातचीत के जरिए इस गतिरोध का समाधान खोजने की अपील करती है.

https://p.dw.com/p/3d7pa
Archivbild | Indien Ladakh | Chinesische Truppen an Grenze mit Banner
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo

लदाख में भारत और चीन के बीच की विवादित सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच चल रहे गतिरोध पर अमेरिका बार बार अपनी चिंता जता रहा है. पहले राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रखा था. फिर विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो ने कहा कि चीन ने अपने सैनिकों के वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास उत्तरी भारत के अंदर भेज दिया है और ये इस तरह का कदम है जिसे कोई तानाशाह ही उठाएगा.

अब अमेरिकी संसद की एक समिति ने भी इस गतिरोध का संज्ञान लिया है. हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टटिव्स की विदेशी मामलों की समीति ने कहा है कि वो भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक रवैये को लेकर बहुत चिंतित है और वो चीन से बातचीत के जरिए इस गतिरोध का समाधान खोजने की अपील करती है. समिति के अध्यक्ष एलियट एंगेल ने कहा, "मैं बहुत चिंतित हूं...चीन एक बार फिर दिखा रहा है कि वो मतभेदों को अंतरराष्ट्रीय कानून से सुलझाने की जगह अपने पड़ोसी देशों को धौंस दिखाने में विश्वास रखता है". 

उन्होंने यह भी कहा कि वो इस बात का जोर देकर समर्थन करेंगे कि चीन आदर्शों की इज्जत करे और भारत के साथ अपने सीमा विवाद का समाधान कूटनीति और अन्य उपलब्ध तरीकों के जरिए खोजे. दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा पर पांच मई से तनातनी चल रही है. शुरू में दोनों तरफ के सिपाहियों के बीच हाथापाई भी हुई थी. दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच लगातार बातचीत भी चल रही है, लेकिन मीडिया में आई कुछ खबरों के मुताबिक इन से कुछ हासिल नहीं हो पाया है और अब बातचीत बीजिंग में कूटनीतिक स्तर पर हो रही है.

भारत सरकार मान रही है कि स्थिति चिंताजनक है. बीजेपी के महासचिव राम माधव ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में माना है कि सीमा पर जो हो रहा है वो चिंताजनक है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है. इसी बीच कई जानकारों का कहना है कि इस बार गतिरोध पिछले किसी भी प्रकरण के जैसा नहीं है. रक्षा मामलों के विशेषज्ञ अजय शुक्ला का कहना है कि चीन की सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारत के इलाके में काफी अंदर तक आ गई है. 

हालांकि भारत सरकार ने वास्तविक स्थिति पर अभी तक कोई विस्तृत वक्तव्य नहीं दिया है.

__________________________

हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी