शशि कपूर का मुंबई में निधन
४ दिसम्बर २०१७भारत की मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक 79 साल के शशि कपूर विख्यात अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के बेटों में सबसे छोटे थे. राज कपूर और शम्मी कपूर उनके बड़े भाई थे. उनके भतीजे रणधीर कपूर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि उनकी किडनी खराब हो गयी थी और काफी समय से उनका डायलिसिस चल रहा था. कई सालों से वह व्हील चेयर पर चलने के लिए मजबूर हो गये थे. दो साल पहले उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया था, तब वो काफी लंबे समय के बाद दुनिया के सामने आये थे. उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को मुंबई में होगा.
शशि कपूर ने फिल्मों में अभिनय करने के साथ ही बहुत सी फिल्में बनायी और कुछ फिल्मों में निर्देशन का भी जिम्मा संभाला. हसीना मान जायेगी, एक श्रीमान एक श्रीमती, कभी कभी, पाप और पुण्य, दूसरा आदमी, जुनून, सत्यम शिवम सुंदरम, मां बेटी जैसी फिल्म उनके करियर का हिस्सा रहीं. उन्होंने आशा पारिख से लेकर शर्मिला टैगोर, हेमा मालिनी और रेखा के साथ ही उस दौर की तमाम बड़ी अभिनत्रियों के साथ काम किया.
अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी ने एक वक्त खूब सफलता बटोरी और दोनों ने बारह फिल्मों में साथ काम किया. इनमें रोटी कपड़ा और मकान, दीवार, कभी कभी, ईमान धर्म, काला पत्थर, त्रिशूल, सुहाग, दो और दो पांच, सिलसिला, नमक हलाल जैसी कुछ बेहद कामयाब फिल्में शामिल हैं. इन फिल्मों के कुछ डायलॉग भी बहुत मशहूर हुए और आज भी जब तब सुनायी दे जाते हैं. शशि कपूर ने राजेश खन्ना, संजीव कुमार, प्राण जैसे अभिनेताओं के साथ भी काम किया.
हिंदी फिल्मों के साथ ही उन्होंने कई अमेरिका और ब्रिटिश फिल्मों में भी अभिनय किया था और इस वजह से उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी ख्याति हासिल हुई थी. 1970 से लेकर 90 के दशक तक उनके अभिनय का दौर चलता रहा हालांकि आखिरी दशक में वो चरित्र अभिनेता के रूप में ही सामने आते रहे. कोलकाता में जन्मे शशि कपूर ने थियेटर में भी काम किया था. इसी दौरान उनकी मुलाकात अभिनेत्री जेनिफर केंडेल से हुई जो आगे चल कर उनकी बीवी बनी. जेनिफर की पहले ही मौत हो चुकी है.
इस बीच देश में फिल्म और राजनीति से जुड़े प्रमुख लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है.
निखिल रंजन