अब मेक अप भी हलाल
२४ जुलाई २०१०समीना ने बाजार में पहले से उपलब्ध बडी़ ब्रैंड्स मेक अप उत्पादों में मिलाई जाने वाली चीजों पर सवाल उठाया. इस्लाम के मुताबिक अल्कोहल और सूअर सहित कुछ जानवरों के मांस को हराम माना जाता है. समीना हैरान रह गई थीं जब उन्हें पता चला कि मेक अप के कुछ उत्पादों को बनाने के लिए सूअर की चर्बी और जिलेटिन का इस्तेमाल किया जाता है.
उन्होंने कहा, “एक मुसलमान होने के नाते मैं खुद से यह सवाल कर रही थी कि मैं अपनी त्वचा पर क्या लगा रही हूं. मैं जानना चाहती थी कि इस्लाम इसकी इजाजत देता है या नहीं.”
समीना का दावा है कि उन्होंने जो उत्पाद बनाए हैं वे पूरी तरह से इस्लाम के नियमों के मुताबिक हैं. मसलन उनकी लिपस्टिक और आई लाइनर पौधों से मिलने वाले खनिजों, तेलों और विटामिन से बने हैं. इन उत्पादों को जून की शुरुआत में मान्यता मिली और अब तक इनके 500 ग्राहक हैं.
समीना बताती हैं, “मुझ जैसी बहुत सी मुस्लिम औरतें हैं जो अच्छी दिखना चाहती हैं और अपने मजहब पर भी कायम रहना चाहती हैं. हमारा परेशान होना लाजमी है.” समीना की बनाई चीजें इंटरनेट पर बिकती हैं. वह बताती हैं कि उन्हें मलयेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर से भी ऑर्डर्स मिले हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए जमाल