अफ्रीका की सुंदर धरोहर
मानव प्रजाति का पालना कहे जाने वाले अफ्रीका में न केवल ऐतिहासिक इमारतें हैं बल्कि एक से एक खूबसूरत जगहें भी हैं. यहां तस्वीरों में यूनेस्को की सुंदर विश्व धरोहरें.
सदियों पुराना
कालाहारी रेगिस्तान के जंगल में सोडिलो पहाड़ियों पर साढ़े चार हजार पुरातन चित्र बने हुए हैं. इसे रेगिस्तान का लूव्रे म्यूजियम भी कहा जाता है. इस रेगिस्तान ने इंसान को एक लाख साल से पनाह दी है. इसांन की संस्कृति और प्रकृति से उसके संवाद को यहां अच्छे से देखा जा सकता है.
जंगली प्रजातियों की विविधता
दक्षिणी कैमरून में डजा वन अफ्रीका के सबसे संरक्षित वनों में एक हैं. इसमें स्तनधारी जीवों की 100 प्रजातियां और 350 प्रकार की चिड़ियायें रहती हैं. डजा नदी ने पूरे वन को घेर रखा है और इससे जंगल की प्राकृतिक बाड़ बन गई है. यहां के बाका लोग पारंपरिक शिकार कर सकते हैं.
लामू- संस्कृतियों का संवाद
पूर्वी अफ्रीका के लामू शहर में स्वाहिली बस्ती बहुत अच्छे से संरक्षित की गई है. इस छोटे से द्वीप पर अरबी, पुर्तगाली, जर्मन और ब्रिटिश संस्कृति के प्रभाव अच्छे से देखे जा सकते हैं. यहां पारंपरिक मकान प्रवाल पत्थरों और मैनग्रोव की लकड़ी से बने होते हैं.
मैडागास्कर से खास
नुकीले चूना पत्थरों का जंगल, अनछुए जंगल, झीलें और दलदले मैनग्रोव में दुर्लभ पक्षियों और लेमूर की 11 प्रजातियां मौजूद हैं. मैडागास्कर के सिंगी दे बेमाराहा इंटीग्रल नेचर रिजर्व में पौधों की 80 ऐसी प्रजातियां मिली हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं पाई जातीं.
पत्थरों में चर्च
800 साल पहले लालिबेला में 11 ऐसे चर्च मिले जो गुफाओं में पत्थरों को काट कर बनाए गए थे. इनमें से कुछ 10 मीटर ऊंचे भी हैं. यहां अभी भी श्रद्धालु जाते हैं. हाउस ऑफ जॉर्ज इनमें सबसे अच्छे से संरक्षित है.
किलिमिंजारो में जलवायु परिवर्तन
अफ्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत किलिमिंंजारो 5,895 मीटर ऊंचा है और इसमें महाद्वीप का सबसे बड़ा ज्वालामुखी भी है. लेकिन यह लंबे समय से शांत है. बर्फ से ढंकी चोटी तंजानिया का चिह्न है. लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं. आशंका है कि अगले 20 साल में ये सफेद नहीं रहेगा.
खतरे में धरोहर
टिंबकटू 15वीं और 16वीं सदी के दौरान अफ्रीका में इस्लाम और आध्यात्म को आगे ले जाने वाला अहम केंद्र था. इस काल की तीन मस्जिदें हैं. लेकिन जुलाई 2012 के दौरान इस धरोहर का बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया गया.
तूफानी प्रपात
मोसी ओआ तून्या नाम के जल प्रपात का मतलब होता है, धुआं जो गड़गड़ाता है. तेजी बहते और शोर के साथ गिरते इस पानी में इतना जोर होता है. इससे उठने वाली चमकदार फुहार 20 किलोमीटर दूर से ही दिख जाती है. जिम्बाब्वे और जाम्बिया की सीमा पर यह जाम्बेजी नदी है. इसे 19वीं सदी के दौरान डेविड लिविंगस्टोन ने खोजा और विक्टोरिया फाल्स नाम दिया.
पुरानी दुनिया का जादू
मंदिर, मजार और पिरामिड हॉलीवुड फिल्मों के लिए एकदम बढ़िया है, मेम्फिस मिस्र की राजधानी काहिरा से 20 किलोमीटर दूरी पर है. गीजा का पिरामिड दुनिया के सात आश्चर्यों में एक था. मेम्फिस के खंडहर और पिरामिड 1979 से यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल है.